




आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू सोमवार को दिल्ली पहुंचे, जहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें राज्य में होने वाले दो प्रमुख कार्यक्रमों के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया। ये कार्यक्रम हैं — ‘सुपर GST – सुपर सेविंग्स’ कार्यक्रम जो कुरनूल में आयोजित होगा, और दूसरा, ‘CII पार्टनरशिप समिट 2025’ जो 14-15 नवंबर को विशाखापत्तनम में प्रस्तावित है।
इन दोनों आयोजनों में सबसे अहम पहलू यह है कि CII समिट के दौरान आंध्र प्रदेश सरकार और गूगल के बीच ₹84,000 करोड़ रुपये के मेगा करार (MoU) पर हस्ताक्षर होंगे, जिसके अंतर्गत विशाखापत्तनम में 1 गीगावॉट क्षमता वाला डेटा सेंटर स्थापित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री नायडू ने इस भेंट में प्रधानमंत्री को राज्य की इन पहलों की जानकारी दी और उन्हें व्यक्तिगत रूप से दोनों कार्यक्रमों में शामिल होने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि गूगल के साथ यह ऐतिहासिक समझौता न केवल आंध्र प्रदेश के लिए, बल्कि पूरे देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए गेम चेंजर साबित होगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि गूगल द्वारा प्रस्तावित निवेश से हजारों युवाओं को रोजगार और डिजिटल स्किलिंग के अवसर मिलेंगे। साथ ही, भारत के पूर्वी तटीय क्षेत्र में डेटा संरक्षण और तकनीकी अधोसंरचना को बल मिलेगा।
इस MoU के तहत गूगल आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) आधारित 1 GW क्षमता का डेटा सेंटर स्थापित करेगा। इसके लिए ₹84,000 करोड़ से अधिक के निवेश की योजना है। इस डेटा सेंटर से:
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भारत में डेटा स्टोरेज और क्लाउड कंप्यूटिंग को गति मिलेगी।
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राज्य में डिजिटल अर्थव्यवस्था का विस्तार होगा।
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हजारों नौकरियों का सृजन होगा।
यह निवेश गूगल के भारत में अब तक के सबसे बड़े प्रस्तावों में से एक माना जा रहा है।
विशाखापत्तनम में होने वाली CII पार्टनरशिप समिट 2025 आंध्र प्रदेश के विकास और निवेश क्षमता को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री के अनुसार, इस समिट में:
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40+ देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी होगी।
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वैश्विक कंपनियां आंध्र प्रदेश में निवेश को लेकर प्रस्ताव रखेंगी।
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स्टार्टअप्स, MSMEs और उद्योगपतियों को नेटवर्किंग और साझेदारी के मौके मिलेंगे।
कुरनूल में आयोजित होने वाला ‘सुपर GST’ कार्यक्रम केंद्र और राज्य के साझा प्रयासों से नई पीढ़ी के GST सुधारों को प्रस्तुत करेगा। इसमें वित्तीय पारदर्शिता, टैक्स कलेक्शन की दक्षता, और MSME सेक्टर की भूमिका पर जोर दिया जाएगा।
इस पहल का उद्देश्य करदाताओं को सरल, पारदर्शी और लाभकारी टैक्स सिस्टम से जोड़ना है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को इस कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनने का निमंत्रण दिया है।
विकास और उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि गूगल का यह निवेश राज्य में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार और नवाचार को नए पायदान पर ले जाएगा। साथ ही CII समिट आंध्र प्रदेश को “नवाचार हब” के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध हो सकती है।
अर्थशास्त्री भी इस बात को रेखांकित कर रहे हैं कि गूगल जैसा वैश्विक तकनीकी दिग्गज किसी राज्य में इस स्तर का निवेश तभी करता है, जब वहां की सरकार पारदर्शी, टेक्नोफ्रेंडली और निवेश-अनुकूल हो।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू का यह दिल्ली दौरा केवल शिष्टाचार मुलाकात नहीं, बल्कि राज्य की दीर्घकालिक डिजिटल और आर्थिक रणनीति का हिस्सा है। गूगल के साथ ₹84,000 करोड़ का निवेश और वैश्विक स्तर की समिट के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित करना राज्य की अंतरराष्ट्रीय छवि को नई ऊंचाई देने की दिशा में सार्थक कदम है।