




दिवाली का त्योहार भारत में खुशियों, रोशनी और मिठाइयों का प्रतीक माना जाता है। हर साल बाजारों में नई-नई मिठाइयां देखने को मिलती हैं, लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश के आगरा में एक ऐसी मिठाई ने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है, जिसकी कीमत सुनकर लोग दंग रह गए हैं। यहां सोने से बनी मिठाई की जबरदस्त मांग देखी जा रही है। ये मिठाई न केवल देखने में खूबसूरत है, बल्कि इसकी कीमत भी सोने जैसी ही है — 50 हजार रुपये प्रति किलो!
आगरा के प्रसिद्ध मिठाई बाजारों में इन दिनों दुकानों पर गोल्ड लड्डू और गोल्ड बर्फी की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। ये मिठाइयां 24 कैरेट असली सोने की वर्क (Gold Leaf) से सजाई गई हैं। दुकानदारों के मुताबिक, इस खास मिठाई को बनाने में शुद्ध देसी घी, केसर, बादाम, पिस्ता, इलायची और सूखे मेवों के साथ सोने की पतली परतों का इस्तेमाल किया जाता है। मिठाई को बनाते समय स्वच्छता और गुणवत्ता का खास ध्यान रखा जाता है ताकि यह खाने के लिए पूरी तरह सुरक्षित रहे।
आगरा के एक नामी मिठाई व्यापारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि इस साल दिवाली पर ग्राहकों की पसंद में लक्जरी मिठाइयां सबसे ऊपर हैं। उन्होंने कहा, “हर कोई कुछ अलग करना चाहता है। पहले लोग सिल्वर वर्क वाली मिठाइयां पसंद करते थे, लेकिन अब ट्रेंड गोल्ड स्वीट्स का है। हमने 50 हजार रुपये प्रति किलो की दर से सोने से सजी मिठाई बनाई है, और हैरानी की बात यह है कि इसकी डिमांड उम्मीद से कहीं ज्यादा है।”
जहां एक ओर देशभर में सोने के दाम आसमान छू रहे हैं, वहीं आगरा के लोग मिठाई के रूप में सोना खाने से पीछे नहीं हट रहे। बीते कुछ हफ्तों में सोने की कीमतें 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच चुकी हैं, जिससे सामान्य उपभोक्ताओं के लिए सोना खरीदना मुश्किल हो गया है। लेकिन ऐसे में गोल्ड स्वीट्स एक नए लक्जरी विकल्प के रूप में उभरी हैं।
स्थानीय लोगों में इस मिठाई को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। शहर के पॉश इलाकों जैसे संजय प्लेस, सिकंदरा रोड और सदर बाजार में इन गोल्ड स्वीट्स की बुकिंग हफ्तों पहले से की जा रही है। कई लोग इसे दिवाली गिफ्ट के रूप में भी दे रहे हैं।
शहर की एक महिला ग्राहक सोनल मेहरा, जो एक बैंक मैनेजर हैं, ने कहा, “दिवाली पर कुछ यूनिक देना चाहती थी। सोने की मिठाई मुझे बहुत खास लगी। भले ही कीमत ज्यादा है, लेकिन त्योहार साल में एक बार आता है, इसलिए हमने एक किलो बुक कर लिया है।”
दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर भी गोल्ड मिठाई का क्रेज बढ़ता जा रहा है। लोग इन मिठाइयों की तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रहे हैं। कई यूजर्स इसे “Luxury Diwali Treat” कह रहे हैं तो कुछ इसे “Overpriced Showoff” बताकर मजाक उड़ा रहे हैं। लेकिन चाहे तारीफ हो या तंज, इस गोल्ड स्वीट ने हर किसी की नज़र जरूर खींची है।
मिठाई बनाने वाले शेफ्स का कहना है कि सोने की वर्क न केवल खाने योग्य होती है बल्कि यह शरीर के लिए हानिकारक भी नहीं है। भारत में सदियों से सोने का इस्तेमाल औषधीय और आयुर्वेदिक दृष्टि से किया जाता रहा है। पुराने समय में राजाओं-महाराजाओं की थाली में भी सोने की वर्क लगी मिठाइयां परोसी जाती थीं, और अब यह परंपरा आधुनिक रूप में वापस लौट आई है।
आगरा के कुछ अन्य मिठाई विक्रेताओं ने बताया कि इस साल दिवाली सीजन में महंगी मिठाइयों की बिक्री में 20-25% तक का इजाफा हुआ है। लोग अब सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि स्टाइल और स्टेटस के लिए भी मिठाइयां खरीद रहे हैं।
हालांकि, आम लोगों के लिए 50 हजार रुपये किलो वाली मिठाई खरीदना आसान नहीं है। कई लोग इस ट्रेंड पर व्यंग्य करते हुए कह रहे हैं कि “अब सोना खरीदना तो दूर, खाना भी मुश्किल हो गया है।” वहीं कुछ लोग इसे दिखावे की संस्कृति का उदाहरण बता रहे हैं, जिसमें त्योहार की भावना के बजाय रईसी दिखाने की होड़ बढ़ गई है।
फिर भी, आगरा के मिठाई बाजारों की रौनक देखने लायक है। दुकानों पर सुनहरी चमक बिखरी हुई है और लोग कैमरों में गोल्ड लड्डू की तस्वीरें कैद कर रहे हैं। कई होटल्स और मिठाई ब्रांड्स ने भी अपनी स्पेशल ‘गोल्ड दिवाली कलेक्शन’ लॉन्च की है, जिसमें 10 से 20 हजार रुपये किलो तक की प्रीमियम मिठाइयां शामिल हैं।
इस ट्रेंड ने न केवल स्थानीय मिठाई उद्योग को नई दिशा दी है, बल्कि पूरे देश में लक्जरी मिठाई के बाजार को भी बढ़ावा दिया है। जहां एक ओर आम जनता महंगाई से परेशान है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग सोने की मिठाइयों में मिठास ढूंढ़ रहे हैं।
दिवाली के इस सीजन में आगरा में यह नज़ारा साफ दिखा रहा है कि भले ही सोना खरीदना सबके बस की बात नहीं, लेकिन “सोने जैसा त्योहार” मनाने की चाहत अब भी हर दिल में बरकरार है।