




पाकिस्तान क्रिकेट में एक बार फिर अस्थिरता का दौर लौटता नजर आ रहा है। भारत के खिलाफ एशिया कप में मिली शर्मनाक हार का असर अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) तक पहुंच गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीम के मौजूदा कप्तान सलमान अली आगा की कप्तानी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बोर्ड उनके प्रदर्शन और नेतृत्व क्षमता से नाखुश है, और सूत्रों के अनुसार जल्द ही पाकिस्तान टीम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
भारत के खिलाफ मुकाबले में पाकिस्तान को मिली हार अब भी वहां के फैंस और क्रिकेट प्रशासकों के गले नहीं उतर रही है। मैच के बाद से ही आलोचनाओं का दौर जारी है। पूर्व कप्तान, पूर्व क्रिकेटर और यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व सिलेक्टर तक टीम की रणनीति पर सवाल उठा चुके हैं। वहीं, कप्तान सलमान आगा को “अनुभवहीन” और “असमझ” कहकर सोशल मीडिया पर निशाने पर लिया जा रहा है।
सलमान अली आगा को हाल ही में पाकिस्तान टीम की कमान सौंपी गई थी, जब बाबर आजम को कप्तानी से हटाया गया था। पीसीबी का मानना था कि एक नए चेहरे से टीम में नई ऊर्जा आएगी, लेकिन नतीजे उल्टे साबित हुए। भारत से करारी शिकस्त ने बोर्ड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। टीम की बैटिंग लाइनअप पूरी तरह लड़खड़ा गई थी, जबकि कप्तान के रूप में सलमान न तो टीम को प्रेरित कर सके और न ही रणनीतिक रूप से मजबूत निर्णय ले पाए।
पाकिस्तान के क्रिकेट विश्लेषक और पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने एक टीवी शो में कहा, “सलमान अली आगा एक अच्छे खिलाड़ी हो सकते हैं, लेकिन कप्तान के रूप में उनका अनुभव बहुत सीमित है। भारत जैसी टीम के खिलाफ आपको दमदार फैसले लेने होते हैं। उन्होंने न तो गेंदबाजी रोटेशन सही रखा और न बल्लेबाजों को सही क्रम में भेजा।”
बोर्ड के अंदर से भी खबरें आ रही हैं कि पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी की नजर अब नए विकल्पों पर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहीन शाह अफरीदी और मोहम्मद रिजवान कप्तानी के लिए संभावित नामों में शामिल हैं। शाहीन अफरीदी पहले भी सीमित ओवरों की कप्तानी कर चुके हैं, जबकि रिजवान को उनकी शांत स्वभाव और समझदारी भरी रणनीति के लिए पसंद किया जा रहा है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने गुमनामी की शर्त पर बताया कि “एशिया कप में भारत से हार के बाद हमने टीम की स्थिति का गहराई से विश्लेषण किया है। सलमान की नेतृत्व शैली पर सवाल उठे हैं। खिलाड़ियों के बीच संवाद की कमी और मैदान पर निर्णय लेने की क्षमता पर बोर्ड चिंतित है।”
भारत के खिलाफ हार के बाद पाकिस्तान के फैंस ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की। ट्विटर (अब X) और फेसबुक पर #RemoveSalmanAgha और #BringBackBabar जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कुछ फैंस ने तो यह भी कहा कि “कप्तान को बदलो, वरना वर्ल्ड कप में भी यही हाल होगा।”
गौरतलब है कि पाकिस्तान क्रिकेट में कप्तानी को लेकर अस्थिरता कोई नई बात नहीं है। पिछले तीन सालों में टीम के तीन अलग-अलग कप्तान देखे जा चुके हैं। बाबर आजम की जगह पहले शाहीन अफरीदी को मौका मिला, फिर मोहम्मद रिजवान को सीमित समय के लिए जिम्मेदारी दी गई, और अब सलमान अली आगा की कुर्सी डगमगा रही है।
इस पूरे विवाद पर पूर्व दिग्गज रमीज राजा ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि बोर्ड हर हार के बाद कप्तान को बलि का बकरा बना देता है। टीम को स्थिरता की जरूरत है, न कि लगातार बदलावों की।” रमीज ने यह भी कहा कि “सलमान को कम से कम एक साल का समय देना चाहिए था ताकि वे अपनी रणनीति को लागू कर सकें।”
दूसरी ओर, पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि पीसीबी इस समय टीम के प्रदर्शन से बेहद असंतुष्ट है और जल्द ही एक “मीटिंग ऑफ सेलेक्टर्स” बुलाई जा रही है। इसमें आने वाले वर्ल्ड कप और सीरीज को ध्यान में रखते हुए कप्तानी में फेरबदल का फैसला लिया जा सकता है।
भारत के खिलाफ हार के बाद पाकिस्तान की टीम मानसिक रूप से भी दबाव में दिखाई दी। सलमान आगा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि “हमने अच्छा खेलने की कोशिश की, लेकिन भारत ने हर विभाग में हमें पछाड़ दिया।” हालांकि, उनके इस बयान को फैंस ने “कमजोरी की स्वीकारोक्ति” बताया और सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया।
अब देखना यह होगा कि क्या सलमान अली आगा अपने प्रदर्शन और नेतृत्व से बोर्ड का भरोसा वापस जीत पाते हैं या फिर उन्हें भी पाकिस्तान क्रिकेट की उस लंबी सूची में शामिल होना पड़ेगा, जिनकी कप्तानी हार के बाद समाप्त हो गई।
पाकिस्तान क्रिकेट इतिहास इस बात का गवाह रहा है कि जब भी टीम भारत से हारती है, किसी न किसी बड़े पद पर बदलाव जरूर होता है। चाहे वह कोचिंग स्टाफ हो, सिलेक्शन कमेटी या कप्तान – हार का ठीकरा किसी न किसी के सिर फूटता ही है।
इस बार भी ऐसा ही माहौल बनता दिख रहा है। फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि पीसीबी भावनाओं में बहकर कोई जल्दबाजी न करे, क्योंकि लगातार कप्तान बदलने से टीम के प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ सकता है।