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रणजी ट्रॉफी 2025 के मौजूदा सीजन में राजस्थान के स्टार ऑलराउंडर दीपक हुड्डा ने अपनी बल्लेबाजी से इतिहास रच दिया है। मुंबई के खिलाफ खेले जा रहे इस मुकाबले में हुड्डा ने न सिर्फ दोहरा शतक ठोका बल्कि राजस्थान को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। उनकी शानदार 248 रनों की पारी ने राजस्थान को पहली पारी में 617/6 रन तक पहुंचा दिया, जिसके बाद टीम ने पारी घोषित कर दी। इस प्रदर्शन ने मुंबई की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, जो अब पहली पारी में 363 रन से पीछे है।
मैच की शुरुआत से ही राजस्थान के बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाया। हालांकि शुरुआती विकेट जल्दी गिरने से टीम पर दबाव बन गया था, लेकिन इसके बाद दीपक हुड्डा ने मोर्चा संभालते हुए जिम्मेदारी भरी पारी खेली। उन्होंने पारी को धीरे-धीरे संभाला और फिर रनगति को तेज करते हुए शानदार अंदाज में बल्लेबाजी की। हुड्डा ने अपने दोहरे शतक में 28 चौके और 6 छक्के लगाए।
राजस्थान की पारी में हुड्डा को साथी बल्लेबाजों का भी अच्छा सहयोग मिला। मिडिल ऑर्डर में महिपाल लोमरोर ने 85 रन का अहम योगदान दिया, जबकि सलमान खान ने भी 67 रनों की उपयोगी पारी खेली। दोनों ने हुड्डा के साथ मिलकर साझेदारी निभाई, जिससे राजस्थान की पारी मजबूत होती चली गई।
मुंबई की गेंदबाजी इस मैच में बेअसर नजर आई। उनके मुख्य गेंदबाज तुषार देशपांडे, शम्स मुलानी और मोहित आहूजा को राजस्थान के बल्लेबाजों ने खूब निशाने पर लिया। मुंबई की टीम ने गेंदबाजी में 4 पेसर और 2 स्पिनर का संयोजन उतारा था, लेकिन कोई भी हुड्डा को रोक नहीं सका।
राजस्थान ने अपनी पारी 617/6 रन पर घोषित की, जिससे यह साफ था कि टीम पूरी तरह से मैच पर नियंत्रण में है। इसके जवाब में मुंबई की टीम ने पहली पारी की शुरुआत धीमी की, लेकिन शुरुआती झटकों ने उन्हें बैकफुट पर धकेल दिया।
मुंबई के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों में से कोई भी टिककर नहीं खेल सका। पृथ्वी शॉ और सरफराज खान जैसे बल्लेबाजों को राजस्थान के गेंदबाजों ने जल्दी पवेलियन भेज दिया। कप्तान अजय राठौर ने गेंदबाजी में शानदार रणनीति अपनाई और स्पिनरों को लंबे स्पेल दिए।
राजस्थान के गेंदबाजों में अनिकेत चौधरी और खालिद अहमद ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मुंबई को 254 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभाई।
इस मैच में दीपक हुड्डा की पारी को क्रिकेट विशेषज्ञों और प्रशंसकों ने ‘रणजी सीजन की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक’ बताया है। उन्होंने अपनी इस पारी से न केवल राजस्थान को बढ़त दिलाई बल्कि राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का भी ध्यान खींचा।
हुड्डा ने मैच के बाद कहा कि यह पारी उनके करियर के लिए खास रही क्योंकि उन्होंने मुंबई जैसी मजबूत टीम के खिलाफ यह प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, “मैंने लंबे समय से इस तरह की पारी खेलने की तैयारी की थी। टीम के लिए योगदान देना सबसे बड़ा गर्व है। उम्मीद है कि यह प्रदर्शन हमें टूर्नामेंट के अगले चरण में पहुंचाने में मदद करेगा।”
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दीपक हुड्डा अपनी इस फॉर्म को बरकरार रखते हैं, तो वह फिर से भारतीय टीम में वापसी कर सकते हैं। उनका यह प्रदर्शन राष्ट्रीय चयन समिति के रडार पर आने के लिए पर्याप्त है।
रणजी ट्रॉफी में इस तरह की पारियां युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनती हैं। राजस्थान ने इस मैच के जरिए यह साबित कर दिया है कि उसकी टीम घरेलू क्रिकेट में एक मजबूत दावेदार है। वहीं, मुंबई जैसी अनुभवी टीम के लिए यह हार झटका साबित हो सकती है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या राजस्थान अपनी इस लय को बनाए रखते हुए सेमीफाइनल में जगह बना पाएगा। फिलहाल, दीपक हुड्डा की यह शानदार दोहरी सेंचुरी रणजी ट्रॉफी 2025 की सबसे चर्चित पारी बन गई है।

		
		
		
		
		
		
		
		
		






