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मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने आस्था को भी शर्मसार कर दिया। यहां एक युवक ने मंदिर में दर्शन करने का नाटक करते हुए न केवल भगवान के आगे हाथ जोड़े, बल्कि उसी मंदिर की दानपेटी को तोड़कर उसमें रखी नकदी भी चुरा ली। यह पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना इंदौर के एक प्रमुख मंदिर की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, आरोपी युवक बीते दिन शाम के समय मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचा। उसने सबसे पहले श्रद्धालुओं की तरह भगवान के सामने माथा टेका, फूल चढ़ाए और कुछ देर तक हाथ जोड़कर खड़ा रहा। लेकिन कुछ ही मिनटों बाद उसने वहां मौजूद दानपेटी पर नजर डाली और मौका देखकर उसका ताला तोड़ दिया।
आरोपी ने बड़ी सफाई से दानपेटी में रखे हजारों रुपये नकद निकाल लिए और बड़ी ही सहजता से वहां से चला गया। उसकी यह करतूत मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में साफ नजर आ रही है।
जब सुबह मंदिर के पुजारी ने दानपेटी को देखा तो ताला टूटा हुआ था। शक होने पर उन्होंने तुरंत सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया, जिसमें युवक की हर हरकत कैद थी। फुटेज में साफ दिखाई दे रहा था कि कैसे वह पहले श्रद्धालु बनकर आया और फिर मौके का फायदा उठाकर चोरी की योजना को अंजाम दिया।
फुटेज के आधार पर पुजारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और वीडियो सबूत के तौर पर सौंप दिया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी और कुछ ही घंटों में उसे गिरफ्तार कर लिया।
इंदौर पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, आरोपी की पहचान एक स्थानीय युवक के रूप में हुई है, जो पहले भी चोरी के मामलों में शामिल रह चुका है। पुलिस ने बताया कि आरोपी से चोरी की गई नकदी और कुछ अन्य सामान बरामद कर लिया गया है।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने आर्थिक तंगी के कारण यह कदम उठाया था, लेकिन उसका यह तर्क कानून के आगे कोई मायने नहीं रखता।
इस घटना के बाद मंदिर समिति और स्थानीय श्रद्धालुओं में गहरा आक्रोश है। लोगों ने कहा कि यह केवल चोरी नहीं बल्कि आस्था के साथ धोखा है।
मंदिर प्रबंधन ने इस घटना के बाद सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। अब मंदिर में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं और रात के समय निगरानी के लिए गार्ड की तैनाती की जा रही है।
इंदौर पुलिस ने इस घटना के बाद शहर के सभी प्रमुख मंदिरों, धर्मस्थलों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि त्योहारों के सीजन में इस तरह की घटनाएं बढ़ सकती हैं, इसलिए गश्त और निगरानी बढ़ाई जा रही है।
यह घटना कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी देश के कई हिस्सों में मंदिरों और धार्मिक स्थलों में दानपेटी तोड़कर चोरी के कई मामले सामने आ चुके हैं।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, ऐसे मामलों में अक्सर आरोपी छोटे अपराधी होते हैं जो आर्थिक कठिनाइयों या नशे की लत के कारण ऐसे कृत्य कर बैठते हैं। लेकिन इन घटनाओं से धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा होता है।
सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोगों ने नाराज़गी जताई है। कई यूजर्स ने लिखा कि “जहां भगवान का नाम लिया जाता है, वहां चोरी करना सबसे बड़ा अधर्म है।”
लोगों ने मांग की है कि ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न जुटा सके।








