




असम पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है. बीजेपी अब तक बढ़त बनाए हुए है, जबकि कांग्रेस पिछड़ रही है.
असम पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना रविवार (11 मई) सुबह आठ बजे से शुरू हुई, आज शाम तक इसके परिणाम आने की संभावना है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूरे राज्य के 39 मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती हो रही है. यह चुनाव राज्य में निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन के बाद पहला पंचायत चुनाव है, जिसे दो चरणों में 2 मई और 7 मई को संपन्न कराया गया था.
असम राज्य निर्वाचन आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने छह सीटों पर जीत दर्ज कर ली है और कई अन्य पर आगे चल रही है. वहीं कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि वह अभी तक किसी भी जिला परिषद सीट पर आगे नहीं है.
ग्राम पंचायत से जिला परिषद तक – जानिए हर स्तर की स्थिति
असम राज्य निर्वाचन आयोग (ASEC) के आयुक्त आलोक कुमार के अनुसार 21,920 ग्राम पंचायत (GP) सीटों पर चुनाव हुआ, जिनमें 10,883 सीट महिलाओं के लिए आरक्षित थीं. 2,192 आंचलिक पंचायत (AP) सदस्य चुने गए, जिनमें 1,124 महिला आरक्षित सीटें थीं. 397 जिला परिषद (ZP) सीटों में से 199 महिलाओं के लिए आरक्षित थीं.
मतगणना की स्थिति
भाजपा: 355 आंचलिक पंचायत सीटों पर आगे है. असम गण परिषद (AGP): 42 सीटों पर आगे है. कांग्रेस केवल 21 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है, जिला परिषद में भाजपा 35 और AGP 2 सीटों पर आगे, कांग्रेस शून्य पर है. GP सीटों के लिए उम्मीदवारों को पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं थी, इसलिए ये सभी निर्दलीय रूप में लड़े गए.
2,912 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित
राज्य निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 34 जिला परिषद सदस्य,311 आंचलिक पंचायत सदस्य और 2,567 ग्राम पंचायत वार्ड सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए. इससे यह स्पष्ट होता है कि कई जगहों पर राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा की बजाय स्थानीय सहमति या समझदारी ने भी अहम भूमिका निभाई.
कुल मतदाताओं का भारी उत्साह
इस चुनाव में कुल 1.80 करोड़ योग्य मतदाताओं में से 74.71% ने मतदान किया, जो एक उत्साहजनक मतदान प्रतिशत है. ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक, “हम परिणामों को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सीटों की संख्या बहुत अधिक होने के कारण मतगणना में समय लग सकता है.” सभी जिलों में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं ताकि मतगणना निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो सके.