




भारत ने आतंकवाद के खिलाफ खींची नई रेखा, पाकिस्तान 8 घंटे में हार मान गया – CDS चौहान।
पुणे: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि भारत अब आतंकवाद के साए में जीने वाला देश नहीं रहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक सैन्य कदम था।
पुणे यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए CDS चौहान ने पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में कहा, “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।” उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि एक रणनीतिक संदेश था।
“कितने विकेट गिरे, यह नहीं… जीत अहम है” — CDS का बयान
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की ओर से हुए नुकसान को लेकर जब सवाल पूछा गया तो जनरल चौहान ने क्रिकेट का उदाहरण देते हुए कहा: “कोई टीम किस तरह से मैच जीतती है, ये अहम है। जब टीम जीत जाती है तो कोई नहीं पूछता कि कितने विकेट गिरे।”
उन्होंने कहा कि पेशेवर सेनाएं नुकसान से नहीं डरतीं और युद्ध का लक्ष्य जीत होता है, न कि आंकड़े।
भारत ने खींची नई सीमा रेखा आतंक के खिलाफ
सीडीएस चौहान ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के साथ भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक नई रेखा खींची है:”हमने आतंकवाद को पानी से जोड़ दिया है। पहलगाम हमले से पहले ही पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष भारत के खिलाफ जहर उगल चुके थे। भारत अब चुप बैठने वाला देश नहीं है।”
उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध और राजनीति समानांतर रूप से चल रही थी और भारत ने अपने सैन्य मानक ऊंचे किए हैं।
“पाकिस्तान ने 8 घंटे में मानी हार” — चौहान
CDS चौहान ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने सोचा था कि वह भारत के खिलाफ 48 घंटे तक लड़ाई जारी रखेगा, लेकिन सिर्फ 8 घंटों में ही उसने हार मान ली।
“10 मई की रात पाकिस्तान को एहसास हुआ कि अगर भारत की कार्रवाई यूं ही जारी रही तो बहुत बड़ा नुकसान होगा। इसी डर से पाकिस्तान ने भारत से बातचीत की इच्छा जताई।”
भारत ने बातचीत की पेशकश स्वीकार की, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया गया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति अब पूरी तरह बदल चुकी है।
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