




नई दिल्ली | 22 जुलाई 2025:
भारतीय मुद्रा रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे मजबूत होकर 86.26 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। सोमवार को रुपये में 15 पैसे की गिरावट दर्ज की गई थी, जिसके बाद यह 86.31 के स्तर पर बंद हुआ था। लेकिन मंगलवार को घरेलू शेयर बाजारों के मजबूत संकेतों के बीच रुपये में फिर से स्थिरता देखी गई।
डॉलर के मुकाबले रुका गिरावट का सिलसिला
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर टैरिफ (शुल्क) को लेकर बनी अनिश्चितता ने विदेशी मुद्रा बाजार में सतर्कता का माहौल बना रखा है। हालांकि, मंगलवार को रुपये में हल्की मजबूती के संकेत मिले। शुरुआती कारोबार में रुपये ने 86.29 प्रति डॉलर का स्तर छुआ और फिर 86.26 पर आ गया।
अमेरिका और यूरोप के बीच व्यापार तनाव का असर
फिनरेक्स एडवाइजर्स एलएलपी के हेड ऑफ ट्रेजरी और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनिल कुमार भंसाली के मुताबिक, अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार तनाव बढ़ने की आशंका है, जिससे ब्रेंट क्रूड की कीमतों में गिरावट आई है। यह गिरावट एशियाई बाजारों पर भी असर डाल रही है।
भंसाली ने यह भी कहा कि भले ही डॉलर में मजबूती देखी जा रही है, लेकिन RBI लगातार बाजार में डॉलर की बिक्री कर रहा है ताकि रुपये को गिरने से बचाया जा सके।
1 अगस्त की डेडलाइन पर टिकी निगाहें
निवेशक अब 1 अगस्त 2025 की ओर देख रहे हैं, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ नीति को लेकर फैसला ले सकते हैं। इससे भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर असर पड़ सकता है। निर्यातकों के बीच संभावित शुल्क वृद्धि को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
डॉलर सूचकांक में मामूली बढ़त
6 प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.03% बढ़कर 97.88 पर आ गया है। इसका भी असर भारतीय मुद्रा पर आंशिक रूप से पड़ता दिख रहा है।