




तीसरे दिन भी जारी रहा रेड अलर्ट
मुंबई में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने तीसरे दिन भी रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई और आसपास के जिलों—ठाणे, पालघर और रायगढ़—में अगले 24 घंटे तक तेज़ बारिश जारी रहने की आशंका है।
शहर के कई इलाकों में जलभराव की गंभीर स्थिति बनी हुई है, जिसके चलते आम जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है।
स्कूल और दफ्तर बंद
बारिश के मद्देनज़र बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने ऐहतियातन सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है। कई निजी कंपनियों ने भी अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी है ताकि लोग अनावश्यक जोखिम न उठाएँ।
सरकारी कार्यालयों में भी उपस्थिति बेहद कम दर्ज की गई, क्योंकि आवागमन बाधित रहा।
ट्रेन और लोकल सेवाओं पर असर
मुंबई की जीवनरेखा कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाएँ सबसे अधिक प्रभावित रहीं।
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हार्बर लाइन और सेंट्रल लाइन पर कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं।
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वेस्टर्न लाइन पर ट्रेनों की रफ्तार बेहद धीमी रही।
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कई स्टेशनों पर पटरियाँ जलमग्न हो जाने के कारण यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
यात्री गाड़ियों के अलावा, लंबी दूरी की कई ट्रेनों को डायवर्ट या रद्द करना पड़ा।
हवाई सेवाएं भी प्रभावित
मुंबई हवाई अड्डे पर भी बारिश का गहरा असर दिखा।
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कई उड़ानों में देरी हुई।
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कुछ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द भी करना पड़ा।
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इंडिगो और अन्य एयरलाइंस ने यात्रियों को समय पर अपडेट पाने के लिए आधिकारिक वेबसाइट और ऐप्स पर नज़र बनाए रखने की सलाह दी है।
सड़कें बनीं तालाब
शहर की मुख्य सड़कों पर पानी भर जाने के कारण यातायात पूरी तरह से जाम हो गया।
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अंधेरी, सायन, बांद्रा और दादर जैसे इलाके पूरी तरह जलमग्न रहे।
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कई जगह गाड़ियाँ पानी में डूब गईं।
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बेस्ट बसों का संचालन भी बाधित हुआ।
प्रशासन की तैयारी और राहत कार्य
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमों को शहर के कई हिस्सों में तैनात किया गया है। निचले इलाकों में बसे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
बीएमसी ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक बाहर न निकलें। साथ ही, सोशल मीडिया पर भी लगातार अपडेट दिए जा रहे हैं।
अब तक का आंकड़ा
मौसम विभाग के अनुसार—
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अगस्त महीने में अब तक 1,000 मिमी से अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है।
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यह पिछले एक दशक की सबसे तेज़ बारिश मानी जा रही है।
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केवल 48 घंटों में औसत से दोगुनी वर्षा हुई।
आम नागरिकों की मुश्किलें
भारी बारिश ने न केवल यातायात बल्कि बिजली और पानी की आपूर्ति पर भी असर डाला है। कई क्षेत्रों में बिजली गुल रही। जलजमाव के कारण नालों का पानी घरों और दुकानों में घुस गया।
लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए तस्वीरें और वीडियो शेयर किए। वहीं कुछ जगहों पर स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाएँ भी राहत कार्यों में जुटी हैं।
प्रशासन की अपील
बीएमसी और मौसम विभाग ने नागरिकों को आगाह किया है कि अगले 24 घंटे बेहद संवेदनशील हैं। लोगों से अपील की गई है कि:
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वे समुद्र किनारे और निचले इलाकों में न जाएं।
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केवल ज़रूरी कार्यों के लिए ही घर से निकलें।
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बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें।
निष्कर्ष
मुंबई लगातार तीसरे दिन बारिश के प्रकोप से जूझ रही है। रेड अलर्ट ने नागरिकों और प्रशासन दोनों को सतर्क कर दिया है। स्कूल-कॉलेज और दफ्तर बंद हैं, ट्रेन और हवाई सेवाएँ प्रभावित हैं और सड़कों पर जलजमाव से हालात बेहद कठिन बने हुए हैं।
अभी यह कहना मुश्किल है कि स्थिति कब सामान्य होगी, लेकिन प्रशासन और राहत एजेंसियाँ पूरी कोशिश में लगी हुई हैं। मुंबईकरों के लिए यह मॉनसून किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं।