




एनआईए पहलगाम आतंकी हमले की जांच कर रही है। पूरी टीम श्रीनगर में डेरा डाले हुए है। माना जा रहा है कि जांच एजेंसी के महानिदेशक आज श्रीनगर से दिल्ली लौट सकते हैं।
एनआईए पहलगाम आतंकी हमले की जांच कर रही है। पूरी टीम श्रीनगर में डेरा डाले हुए है। माना जा रहा है कि जांच एजेंसी के महानिदेशक आज श्रीनगर से दिल्ली लौट सकते हैं। इसके बाद वे आज गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। एनआईए ने हमले से संबंधित 3,000 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की है। 100 महत्वपूर्ण स्थानों पर भी छापे मारे गए हैं। इससे यह जानकारी मिल सकेगी कि आतंकवादी पहलगाम तक कैसे पहुंचे।
एनआईए के महानिदेशक (डीजी) सदानंद दाते पहलगाम आतंकी हमले पर प्रारंभिक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपेंगे। केंद्र सरकार इस हमले को लेकर बेहद गंभीर है और जांच एजेंसियों को सभी पहलुओं पर गहन जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। मामले की जांच कर रही एनआईए टीम ने पीड़ित परिवारों के बयान भी दर्ज किए हैं। अपनी यात्रा के दौरान एनआईए के महानिदेशक ने बैसरन घाटी का दौरा किया। घटनास्थल पर जांच की प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक भी की। इस बैठक में वर्तमान सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के साथ-साथ खुफिया तंत्र को मजबूत करने तथा साझा सूचनाओं के बेहतर आदान-प्रदान पर विशेष जोर दिया गया।
100 स्थानों पर छापे
इस बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया है। गिरफ्तार किए गए ओवरग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) से संबंधित लगभग 100 ठिकानों पर छापे मारे गए। छापेमारी के दौरान प्रतिबंधित आतंकवादी समूह अल-उमर मुजाहिदीन के संस्थापक मुश्ताक अहमद जरगर उर्फ लाटराम के घर की भी तलाशी ली गई। जरगर वही आतंकवादी है जिसे 1999 में इंडियन एयरलाइंस की उड़ान IC-814 के अपहरण के बाद रिहा कर दिया गया था।
3000 संदिग्धों से पूछताछ
एनआईए और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अब तक 90 ओजीडब्ल्यू के खिलाफ यूएपीए के तहत मामले दर्ज किए हैं, जबकि लगभग 3000 संदिग्धों से पूछताछ की गई है। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस हमले के पीछे गहरी साजिश है, जिसकी परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय गृह मंत्रालय भविष्य की रणनीति तय करेगा और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के निर्देश जारी कर सकता है।
पहलगाम में आतंकी हमले में 26 की मौत
22 अप्रैल को आतंकवादियों ने पहलगाम पर हमला किया। इसमें 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना को अंजाम देने के बाद आतंकवादी भाग गये। इस घटना के बाद एनआईए ने भी हमले की जांच शुरू कर दी। एनआईए अधिकारियों ने उन लोगों के परिवारों से भी बात की जो घटना में मारे गए थे और उस समय उनके साथ थे। जांच दल इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रहा है कि आतंकवादियों ने पर्यटकों को क्यों निशाना बनाया और उनका मकसद क्या था।