





ऑपरेशन सिंदूर के बाद किराना हिल्स पर सवाल
भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत सरगोधा और नूरखान एयरबेस पर सटीक हवाई हमले के बाद पाकिस्तान में हलचल मची हुई है। सोशल मीडिया पर यह दावे तेजी से फैल रहे हैं कि इन हमलों में किराना हिल्स स्थित पाकिस्तान की न्यूक्लियर फैसिलिटी को भी निशाना बनाया गया, जिसके चलते वहां रेडियोएक्टिव रिसाव शुरू हो गया है।
क्या अमेरिका ने भेजी जांच टीम?
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, एक अमेरिकी विमान ने पाकिस्तान में उक्त साइट पर सर्वे किया। इन अटकलों के बीच अमेरिका के विदेश विभाग ने पहली बार बयान जारी किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुख्य उप प्रवक्ता थॉमस पिगॉट ने कहा कि “फिलहाल हमारे पास पूर्वावलोकन के लिए कुछ भी नहीं है।” उन्होंने उन रिपोर्ट्स को अफवाह करार दिया, जिनमें दावा किया गया था कि अमेरिका ने पाकिस्तान की न्यूक्लियर साइट की जांच के लिए टीम भेजी है।
न्यूक्लियर फैसिलिटी के कितने करीब थे भारत के हमले?
जानकारी के मुताबिक, सरगोधा एयरबेस किराना हिल्स से केवल 20 किलोमीटर की दूरी पर है, जबकि नूरखान एयरबेस पाकिस्तान के न्यूक्लियर कमांड सेंटर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसलिए सोशल मीडिया पर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत के हमले न्यूक्लियर इंफ्रास्ट्रक्चर को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि, भारतीय सेना ने इस तरह की सभी रिपोर्ट्स का खंडन किया है।
शांति और सीजफायर पर अमेरिका का रुख
थॉमस पिगॉट ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाक पीएम शहबाज शरीफ की शांति की दिशा में पहल की सराहना की है। उन्होंने कहा कि “राष्ट्रपति ट्रंप संघर्ष समाप्त होते देखना चाहते हैं और हमारा पूरा ध्यान सीधे संवाद और संघर्ष विराम को बनाए रखने पर है।”
निष्कर्ष
जहां एक ओर ऑपरेशन सिंदूर के प्रभाव को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं, वहीं अमेरिका की ओर से फिलहाल किसी भी रेडियोएक्टिव रिसाव या जांच टीम भेजने की पुष्टि नहीं की गई है। आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं और स्पष्ट तस्वीर सामने आने की संभावना है।