इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं।

भारत के मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब एक बार फिर सुर्खियों में हैं, और इस बार वजह कोई नया हेयर ट्रेंड नहीं बल्कि एक क्रिप्टो स्कैम है। पुलिस ने जावेद हबीब के खिलाफ 23 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें उन पर धोखाधड़ी, निवेशकों को गुमराह करने और फर्जी स्कीम के प्रचार का आरोप लगाया गया है। कभी अपने हेयर स्टाइलिंग सैलून और ट्रेनिंग एकेडमी से करोड़ों कमाने वाले जावेद अब कानूनी पचड़े में फंस गए हैं।
जावेद हबीब, जो कभी भारत के सबसे प्रसिद्ध हेयर स्टाइलिस्ट माने जाते थे, अब कानून की नजर में हैं। पुलिस का कहना है कि उनके नाम का इस्तेमाल एक क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म में किया गया, जहां निवेशकों को ऊंचे मुनाफे का लालच दिया गया। बताया जा रहा है कि हबीब ने खुद इस प्लेटफॉर्म का प्रचार किया था, जिसके बाद हजारों लोगों ने इसमें निवेश किया। लेकिन बाद में जब प्लेटफॉर्म गायब हो गया, तो निवेशकों ने हबीब पर ही ठगी के आरोप लगाए।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला केवल दिल्ली और मुंबई तक सीमित नहीं है। अलग-अलग राज्यों में जावेद हबीब के खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई हैं। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इस घोटाले में करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है। फिलहाल हबीब की टीम ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वह खुद एक “ब्रांड एंबेसडर” के रूप में जुड़े थे और किसी तरह के फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन में शामिल नहीं थे।
जहां तक जावेद हबीब की नेटवर्थ की बात है, तो यह आंकड़ा भी काफी चौंकाने वाला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति करीब 305 करोड़ रुपये आंकी गई है। भारत के विभिन्न शहरों में उनके 900 से ज्यादा सैलून हैं और लगभग 50,000 से अधिक लोग उनके ब्रांड से सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा हबीब के पास कई रियल एस्टेट निवेश भी हैं और वे खुद को एक सफल उद्यमी मानते हैं।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब जावेद हबीब किसी विवाद में फंसे हों। कुछ साल पहले भी उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह ग्राहक के बालों में थूकते हुए दिखे थे। उस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया था और लोगों ने उनकी आलोचना की थी। बाद में हबीब ने माफी मांगते हुए कहा था कि उनका मकसद किसी को अपमानित करना नहीं था, बल्कि यह एक मजाकिया प्रदर्शन का हिस्सा था।
इसके अलावा, हबीब पर कई बार कर विवादों और फेक प्रमोशनल स्कीम्स में भी नाम आने की बात सामने आ चुकी है। हालांकि हर बार उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि वे “ब्रांड नाम के दुरुपयोग” के शिकार हैं।
जावेद हबीब का जन्म एक मुस्लिम हेयरस्टाइलिस्ट परिवार में हुआ था। उनके पिता हबीब अहमद पहले से ही प्रधानमंत्री और राष्ट्रपतियों तक के हेयरस्टाइलिस्ट रह चुके थे। जावेद ने लंदन से हेयर स्टाइलिंग की ट्रेनिंग ली और फिर भारत लौटकर अपने ब्रांड “Jawed Habib Hair and Beauty” की शुरुआत की। धीरे-धीरे यह ब्रांड देशभर में लोकप्रिय हो गया। उन्होंने न सिर्फ सैलून की चेन खड़ी की बल्कि एक हेयर एकेडमी भी शुरू की, जहां हजारों युवाओं को हेयर आर्ट का प्रशिक्षण दिया जाता है।
उनकी ब्रांड वैल्यू इतनी बढ़ गई थी कि कई नामचीन कंपनियों ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया। यही वजह है कि जब उन्होंने किसी क्रिप्टो प्रोजेक्ट का प्रचार किया, तो निवेशकों को भरोसा हुआ। लेकिन अब यही प्रचार उनके लिए मुसीबत बन गया है।
क्रिप्टो स्कैम की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या जावेद हबीब ने खुद किसी आर्थिक लेनदेन में हिस्सा लिया था या केवल प्रचारक की भूमिका निभाई थी। फिलहाल हबीब की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन उनके वकीलों का कहना है कि “जावेद हबीब को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है।”
सोशल मीडिया पर भी इस खबर को लेकर यूजर्स दो हिस्सों में बंटे हुए हैं। कुछ लोगों का कहना है कि जावेद जैसे सेलेब्रिटी को किसी भी निवेश स्कीम का प्रचार करने से पहले जांच करनी चाहिए, क्योंकि उनकी छवि से लाखों लोग प्रभावित होते हैं। वहीं कुछ समर्थकों का कहना है कि हबीब को बिना सबूत के बदनाम किया जा रहा है।
अगर यह साबित होता है कि हबीब की सीधी संलिप्तता इस क्रिप्टो स्कैम में है, तो उन्हें धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के तहत गंभीर सजा हो सकती है। दूसरी ओर, यदि वे केवल एक प्रचारक थे और फंड ट्रांजेक्शन में शामिल नहीं थे, तो उन्हें राहत मिल सकती है।
फिलहाल जावेद हबीब ने खुद को जांच एजेंसियों के समक्ष सहयोग करने की बात कही है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “मुझे कानून पर पूरा भरोसा है। मैं निर्दोष हूं और सच जल्द सामने आएगा।”
वहीं, उनके पुराने क्लाइंट्स और सैलून पार्टनर्स ने चिंता जताई है कि इस विवाद का असर उनके ब्रांड पर पड़ सकता है। देशभर में कई फ्रेंचाइज़ सैलून के मालिकों ने कहा कि वे अपने स्थानीय स्तर पर कारोबार जारी रखेंगे लेकिन हेड ऑफिस से स्पष्ट दिशा-निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं।
जावेद हबीब की यह स्थिति इस बात का उदाहरण है कि कैसे किसी भी सेलेब्रिटी एंडोर्समेंट से पहले पूरी जांच जरूरी है। यह मामला अब न केवल उनके करियर बल्कि उनके ब्रांड की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़ा कर रहा है।
फिलहाल पुलिस जांच जारी है और आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि इस पूरे मामले में जावेद हबीब की भूमिका क्या थी। लेकिन इतना तय है कि यह विवाद उनके चमकते करियर पर एक और काला धब्बा बनकर सामने आया है।







