




मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 16 मई से वाराणसी का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान भी 30 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है.
मई के दूसरे सप्ताह से गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. पूरे उत्तर भारत में तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है. वहीं पूर्वांचल समेत वाराणसी में भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 16 मई से वाराणसी का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान भी 30 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है.
पूर्वांचल में वाराणसी सबसे गर्म शहरों में शुमार हो चुका है और बीते कुछ दिनों से तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है. इस प्रचंड गर्मी और हीटवेव ने लोगों को घरों में रहने को मजबूर कर दिया है.
गंगा घाटों पर सन्नाटा
वाराणसी के प्रसिद्ध गंगा घाट, जो आमतौर पर पर्यटकों और श्रद्धालुओं से गुलजार रहते हैं, अब दोपहर 11 बजे से शाम 4:30 बजे तक वीरान नजर आ रहे हैं. तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण घाटों पर कर्फ्यू जैसी स्थिति बन गई है. लोग धूप के प्रकोप से बचने के लिए अपने कामकाज को सुबह जल्दी निपटाने की कोशिश कर रहे हैं. सड़कों पर भी 10 बजे के बाद सन्नाटा पसरने लगा है. हीटवेव के चलते गर्म हवाएं लोगों की मुश्किलें और बढ़ा रही हैं.
मौसम वैज्ञानिकों की चेतावनी
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस हफ्ते वाराणसी में गर्मी से राहत की कोई उम्मीद नहीं है. न्यूनतम तापमान 30 डिग्री के आसपास बना रहेगा, जो रात में भी उमस और गर्मी का अहसास कराएगा. इस स्थिति को देखते हुए वाराणसी नगर निगम और चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड पर हैं. लोगों को गर्मी और हीटवेव से बचाव के लिए जागरूक करने के लिए नगर निगम ने विशेष अभियान शुरू करने की योजना बनाई है.
बचाव के लिए सावधानी जरूरी
चिकित्सा विभाग ने लोगों को धूप में निकलने से बचने, पर्याप्त पानी पीने और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी है. गर्मी से प्रभावित होने पर तुरंत चिकित्सीय सहायता लेने की हिदायत भी दी गई है. वाराणसीवासियों को इस भीषण गर्मी में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है.