




बेंगलुरु में भारी बारिश ने जनजीवन को किया प्रभावित, आईटी कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह, सरकार ने 210 बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज़ किए।
बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को शहर के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट‘ जारी किया है, जिसमें अगले 24 घंटों में 11 से 20 सेमी तक वर्षा की संभावना जताई गई है। इससे पहले IMD ने कर्नाटक के कुछ अन्य हिस्सों के लिए ‘येलो अलर्ट’ भी जारी किया था।
IMD बेंगलुरु के निदेशक एन. पुवियारसु ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में जल निकासी की समस्याओं और अत्यधिक कंक्रीट निर्माण के कारण बारिश का प्रभाव ज्यादा घातक हो सकता है।
अब तक 5 लोगों की मौत बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक 5 लोगों की जान जा चुकी है:
१. बीटीएम लेआउट में करंट लगने से 2 मौतें (63 वर्षीय व्यक्ति और 12 वर्षीय बच्चा)
२. महादेवपुरा में दीवार गिरने से एक महिला की मौत
३. रायचूर और कारवार में बिजली गिरने से दो अन्य लोगों की मौत
सबसे अधिक प्रभावित जिले:
१. बेंगलुरु शहरी
२. बेलगाम
३. कोप्पल
४. बागलकोट
५. धारवाड़
६. चिक्कबल्लापुरा
७. कोलार
८. विजयनगर
प्रशासन की तैयारी और राहत कार्य
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने जानकारी दी कि 210 बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान की गई है, जिनमें से 166 में सुधार कार्य पूरे हो चुके हैं। राज्य सरकार ने 2,000 करोड़ रुपये का बजट स्टॉर्म वॉटर ड्रेन्स के लिए तय किया है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख का मुआवज़ा देने की घोषणा की है और 21 मई को शहरी निरीक्षण करने की बात कही है।
IT कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम का सुझाव
भाजपा सांसद पीसी मोहन ने Infosys और अन्य बड़ी कंपनियों से अपील की है कि वे अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दें, ताकि ट्रैफिक और मौसम जनित जोखिम से बचा जा सके।
BBMP को ₹50 लाख का नोटिस
शहर की टूटी सड़कों से हुई चोटों को लेकर एक निवासी दिव्य किरण ने ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) को ₹50 लाख का मुआवज़ा देने की मांग करते हुए कानूनी नोटिस भेजा है।