




SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक में भारत ने आतंकवाद पर सख्त स्टैंड लिया, लेकिन एक देश की आपत्ति के कारण संयुक्त बयान में यह हिस्सा नहीं जुड़ पाया।
भारत ने SCO के ज्वाइंट स्टेटमेंट से बनाई दूरी
26 जून 2025 को विदेश मंत्रालय ने शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की रक्षा मंत्रियों की बैठक के बाद स्पष्ट किया कि आतंकवाद पर सख्त रुख अपनाने के बावजूद भारत संयुक्त बयान से अलग हो गया क्योंकि एक देश ने आपत्ति जताई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि, “हम चाहते थे कि SCO के संयुक्त बयान में आतंकवाद के मुद्दे को प्रमुखता मिले, लेकिन एक देश ने आपत्ति की, जिससे सहमति नहीं बन पाई।”
भारत ने अपनी बात अलग से रखी
जायसवाल ने यह भी बताया कि इस स्थिति को देखते हुए भारत ने प्रेस रिलीज के माध्यम से अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने यह नहीं बताया कि वह देश कौन था, लेकिन कूटनीतिक संकेतों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि चीन या पाकिस्तान में से किसी एक ने आपत्ति की हो सकती है।
भारत-कनाडा संबंधों में नई शुरुआत की उम्मीद
इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जायसवाल ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के नए पीएम मार्क कार्नी के बीच हाल ही में हुई मुलाकात काफी सकारात्मक रही। उन्होंने बताया कि दोनों देशों ने निर्णय लिया है कि
“अब फिर से एक-दूसरे के उच्चायुक्त की नियुक्ति की जाएगी।”
बता दें कि जस्टिन ट्रूडो के दौर में भारत-कनाडा के संबंधों में जबरदस्त तनाव आ गया था। कई राजनयिकों को दोनों देशों ने वापस बुला लिया था।
पीएम मोदी के विदेश दौरों पर जल्द जानकारी
रणधीर जायसवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के आगामी विदेश दौरों को लेकर 30 जून 2025 को विस्तृत ब्रीफिंग की जाएगी। इसमें यह बताया जाएगा कि प्रधानमंत्री किस-किस देश की यात्रा करेंगे और कौन-कौन से कार्यक्रम तय हैं।
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