




अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान पर अमेरिका के हमले इतने विनाशकारी थे कि उन्होंने हिरोशिमा और नागासाकी की याद दिला दी, इसी के बाद युद्ध खत्म हुआ।
हेग, 26 जून 2025: ईरान और इजरायल के बीच हाल ही में खत्म हुए युद्ध को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। नाटो समिट के बाद मीडिया से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने ईरान पर जो हमले किए वे हिरोशिमा-नागासाकी जैसे थे और इसी वजह से युद्ध खत्म हुआ।
“मैं हिरोशिमा का उदाहरण नहीं देना चाहता, लेकिन ईरान पर हमारे हमले उसी तरह के थे,” — डोनाल्ड ट्रंप
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ईरान के तीन मुख्य परमाणु ठिकानों पर हमला किया, जिससे उनका पूरा परमाणु कार्यक्रम नष्ट हो गया।
ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमला
डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि अमेरिका ने नतांज, इस्फहान और फोर्डो स्थित ईरान के प्रमुख परमाणु केंद्रों पर हवाई हमले किए। उनका दावा है कि:
१. इन ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है
२. ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से रुक गया है
३. इसी के बाद ईरान युद्धविराम के लिए मजबूर हुआ
ईरान का जवाबी हमला
अमेरिकी हमले के बाद ईरान ने भी कतर और इराक में मौजूद अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइलें दागीं:
१. कतर में 10 मिसाइलें दागी गईं
२. इराक में भी कई सैन्य ठिकानों पर हमला
३. हालांकि, ट्रंप का दावा है कि इन हमलों में अमेरिका को कोई नुकसान नहीं हुआ
12 दिनों में खत्म हुआ युद्ध
१. युद्ध की शुरुआत 12 जून 2025 को हुई थी
२. 24 जून 2025 को आधिकारिक रूप से युद्धविराम की घोषणा की गई
ट्रंप के अनुसार इस युद्ध में:
१. ईरान के 800 से अधिक नागरिक मारे गए
२. इजरायल के 24–30 नागरिकों की जान गई
अमेरिकी मध्यस्थता और पश्चिम एशिया में बहस
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की निर्णायक भूमिका के कारण यह युद्ध जल्द समाप्त हो सका। हालांकि, उनके इस बयान से अमेरिका की भूमिका को लेकर पश्चिम एशिया में नैतिकता और सैन्य हस्तक्षेप को लेकर बहस शुरू हो गई है।
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