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    रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बारे में तो बहुत सुना होगा, अब जानिए वहां के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन की शिक्षा और करियर के बारे मे।

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    रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन कितने पढ़े-लिखे? जानिए उनकी शिक्षा और करियर की पूरी कहानी।

    Russia PM: जब भी रूस का जिक्र होता है, तो सबसे पहले नाम राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का लिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन भी अपनी काबिलियत में किसी से कम नहीं हैं? वे सिर्फ एक कुशल प्रशासक ही नहीं बल्कि एक सफल टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट और अर्थशास्त्री भी हैं।

    मिखाइल मिशुस्तिन 2020 से रूस के प्रधानमंत्री पद पर कार्यरत हैं और उन्होंने रूस के टैक्स सिस्टम को डिजिटल रूप से पूरी तरह बदलकर दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बनाई है। आइए जानते हैं उनके जीवन और शिक्षा के बारे में विस्तार से।

    मिखाइल मिशुस्तिन का प्रारंभिक जीवन
    मिखाइल व्लादिमीरोविच मिशुस्तिन का जन्म 3 मार्च 1966 को रूस के लोपन्या नामक छोटे शहर में हुआ था, जो मॉस्को के पास स्थित है। उनका बचपन एक साधारण परिवार में बीता। उनके पिता व्लादिमीर मोइसेयेविच मिशुस्तिन कम्युनिस्ट पार्टी की युवा शाखा कोम्सोमोल से जुड़े हुए थे और यहूदी समुदाय से ताल्लुक रखते थे। उनकी मां लुइजा मिशाइलोव्ना रूस के आर्कहेंगेल्स्क क्षेत्र के कोतलास शहर से थीं।

    शिक्षा में शानदार उपलब्धियां
    मिखाइल मिशुस्तिन ने 1989 में मास्को के Moscow State Technological UniversityStankin” से सिस्टम इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद 1992 में उन्होंने वहीं से पोस्ट ग्रेजुएट स्टडीज पूरी की और तकनीकी तथा प्रशासनिक क्षेत्र में काम करना शुरू किया।

    लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई यहीं नहीं रोकी। उन्होंने 2003 में प्लेखानोव इकोनॉमिक्स यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री हासिल की। इसके बाद 2010 में रूस के प्रेसिडेंशियल एकेडमी ऑफ नेशनल इकोनॉमी एंड पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से डीएससी (डॉक्टर ऑफ साइंस) इन इकोनॉमिक्स की उपाधि प्राप्त की।

    टेक्नोलॉजी और प्रशासन में दक्षता
    मिशुस्तिन का करियर तकनीकी और प्रशासनिक जिम्मेदारियों के मिश्रण से भरा हुआ है। उन्होंने अपनी प्रशासनिक यात्रा में डिजिटल टेक्नोलॉजी का बेहतरीन इस्तेमाल किया। 2010 से 2020 तक वे रूस की Federal Tax Service के निदेशक रहे। इस दौरान उन्होंने टैक्स कलेक्शन सिस्टम को डिजिटल रूप से बेहद प्रभावशाली और पारदर्शी बना दिया।

    उनके कार्यकाल में टैक्स चोरी के मामलों में कमी आई और रूस का टैक्स कलेक्शन सिस्टम दुनियाभर के लिए एक मिसाल बन गया।

    प्रधानमंत्री बनने का सफर
    मिखाइल मिशुस्तिन की कार्यशैली और टेक्नोलॉजी में पारंगतता को देखते हुए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 15 जनवरी 2020 को उन्हें रूस का प्रधानमंत्री नामित किया। अगले ही दिन 16 जनवरी को रूस की संसद (Duma) ने सर्वसम्मति से उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में मंजूरी दे दी।

    प्रधानमंत्री बनने के बाद मिशुस्तिन ने रूस की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और टैक्स सुधारों को और आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया। उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान भी डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रशासनिक कार्यों को जारी रखा।

    एक सच्चे टेक्नोक्रेट प्रधानमंत्री
    मिखाइल मिशुस्तिन को आज रूस के सबसे टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली नेताओं में से एक माना जाता है। उनकी प्रशासनिक शैली में आधुनिक तकनीक, आर्थिक सुधार और पारदर्शिता का समावेश है।

    जहां दुनिया के नेता पारंपरिक राजनीति में उलझे रहते हैं, वहीं मिशुस्तिन प्रशासन को डिजिटल रूप से सशक्त करने में लगे रहते हैं।

    रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन की कहानी यह दिखाती है कि तकनीकी दक्षता और आर्थिक समझदारी के साथ प्रशासन को कैसे नया रूप दिया जा सकता है। पुतिन के मजबूत नेतृत्व के साथ मिशुस्तिन का टेक्नोक्रेटिक दृष्टिकोण रूस के विकास को नई दिशा दे रहा है।

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