




देश में मानसून अपनी चरम स्थिति पर है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 17 से 20 जुलाई तक कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। दिल्ली, यूपी, बिहार, हिमाचल, राजस्थान और केरल समेत कई राज्यों में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण भारी वर्षा की आशंका जताई गई है। साथ ही, नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
🌦️ उत्तर भारत का हाल:
🔸 दिल्ली-NCR: बारिश से तापमान में गिरावट आई है, लेकिन जलभराव और ट्रैफिक की दिक्कतें बढ़ी हैं।
🔸 उत्तर प्रदेश: पूर्वी और पश्चिमी यूपी में भारी बारिश के आसार, खासकर गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और मेरठ क्षेत्रों में।
🔸 हिमाचल प्रदेश: चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी जिलों में येलो अलर्ट। मूसलाधार बारिश से भूस्खलन की आशंका।
🔸 उत्तराखंड: भारी बारिश के चलते भूस्खलन की चेतावनी, चारधाम यात्रा पर असर।
🔸 राजस्थान: जोधपुर, बीकानेर, अजमेर में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना।
☔ दक्षिण भारत का हाल:
🔸 केरल: एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशुर, कन्नूर और कासरगोड जिलों में ऑरेंज अलर्ट। बाकी जिलों में येलो अलर्ट। कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पास।
🔸 कर्नाटक और तमिलनाडु में भी छिटपुट बारिश की संभावना, लेकिन प्रमुख चेतावनी जारी नहीं की गई है।
🌀 क्यों हो रही है इतनी बारिश?
IMD के अनुसार:
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उत्तर भारत में दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय हैं।
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बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भी इन डिस्टर्बेंस को ताकत दे रही है।
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इस वजह से उत्तर-पश्चिम भारत, बिहार, झारखंड और यूपी में लगातार बारिश हो रही है।
IMD की चेतावनी और सुझाव:
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पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन से सतर्क रहें।
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नदी किनारे रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर जाएं।
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जरूरी न हो तो यात्रा से बचें।
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मोबाइल में मौसम ऐप्स अपडेट रखें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
तापमान में गिरावट से मिली राहत, लेकिन खतरे भी बढ़े
बारिश ने जहां भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं कई जगहों पर बाढ़, जलभराव, ट्रैफिक जाम, बिजली कटौती और किसानों की फसल को नुकसान जैसी समस्याएं भी सामने आ रही हैं।
17 से 20 जुलाई 2025 के बीच देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। यदि आप इन राज्यों में हैं, तो सतर्क रहें, मौसम अपडेट्स पर नजर बनाए रखें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।