




भारत की स्टार निशानेबाज़ एलेवेनिल वलारिवन ने एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है। एशियाई शूटिंग चैम्पियनशिप 2025 में उन्होंने महिला 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इस जीत के साथ एलेवेनिल ने न केवल भारतीय शूटिंग को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया बल्कि देश के युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं।
फाइनल में एलेवेनिल का दमदार प्रदर्शन
फाइनल मुकाबले में एलेवेनिल ने शानदार स्थिरता और सटीकता का परिचय दिया। शुरुआती राउंड से ही उन्होंने बढ़त बनाए रखी और अंत तक दबाव में भी खुद को संतुलित रखा। फाइनल के आखिरी शॉट तक उनका आत्मविश्वास और एकाग्रता साफ़ झलक रही थी। उनकी लगातार 10.7 और 10.8 स्कोरिंग शॉट्स ने उन्हें स्वर्ण पदक दिलाया।
विशेषज्ञों का मानना है कि एलेवेनिल का यह प्रदर्शन उनके कठिन प्रशिक्षण, मानसिक दृढ़ता और तकनीकी दक्षता का परिणाम है।
भारत के लिए बड़ी उपलब्धि
एशियाई शूटिंग चैम्पियनशिप एशिया की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में से एक है, जहां चीन, कोरिया और ईरान जैसे देशों के दिग्गज निशानेबाज़ भाग लेते हैं। ऐसे में एलेवेनिल की जीत भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस गोल्ड मेडल ने भारत की मेडल तालिका में भी इज़ाफ़ा किया है और आगामी ओलंपिक क्वालिफायर के लिए टीम इंडिया का आत्मविश्वास और बढ़ाया है।
एलेवेनिल की खेल यात्रा
एलेवेनिल वलारिवन का नाम भारतीय शूटिंग में नया नहीं है। गुजरात से ताल्लुक रखने वाली इस निशानेबाज़ ने 2019 में भी ISSF विश्व कप में गोल्ड मेडल जीता था। उनकी खासियत है उनकी शांत मानसिकता और फोकस बनाए रखने की क्षमता, जिसने उन्हें हर बड़ी प्रतियोगिता में अलग पहचान दिलाई है।
उनकी कोचिंग टीम भी मानती है कि एलेवेनिल में “कभी हार न मानने” का जज़्बा है, और यही उन्हें हर बार जीत की ओर ले जाता है।
प्रधानमंत्री और खेल मंत्रालय की शुभकामनाएँ
एलेवेनिल की इस ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा—
“एलेवेनिल वलारिवन ने एशियाई शूटिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। उनका यह प्रदर्शन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी है।”
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी उन्हें बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि भारतीय शूटिंग के स्वर्णिम भविष्य की ओर संकेत करती है।
महिला खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा
एलेवेनिल की जीत खासकर देशभर की उन लड़कियों के लिए प्रेरणादायी है जो खेलों में करियर बनाना चाहती हैं। परंपरागत धारणाओं को तोड़ते हुए उन्होंने साबित किया है कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारतीय महिला खिलाड़ी किसी से पीछे नहीं हैं।
सोशल मीडिया पर खुशी की लहर
उनकी जीत की खबर सोशल मीडिया पर छा गई। #ElavenilValarivan और #AsianShootingChampionship ट्रेंड करने लगे। हजारों लोगों ने उन्हें शुभकामनाएँ भेजीं।
भारत के लिए आगे का रास्ता
विशेषज्ञ मानते हैं कि एलेवेनिल की यह उपलब्धि भारत के शूटिंग ढांचे को और मजबूत करेगी। सरकार और निजी संस्थान अब खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और अंतरराष्ट्रीय exposure पर अधिक निवेश कर रहे हैं।
भविष्य में ओलंपिक 2028 और 2032 के लिए एलेवेनिल जैसी प्रतिभाएँ भारत को पदक तालिका में ऊँचा स्थान दिला सकती हैं।
एशियाई शूटिंग चैम्पियनशिप 2025 में एलेवेनिल वलारिवन का गोल्ड मेडल जीतना केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत की खेल शक्ति और सामर्थ्य का प्रमाण है। यह जीत भारतीय युवाओं को बड़ा सपना देखने और उसे साकार करने का हौसला देती है।
एलेवेनिल की कहानी हमें बताती है कि कठिन मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।