




बिहार की राजनीति में एक बार फिर महागठबंधन के भीतर मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर चर्चा तेज़ हो गई है। जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कृष्णा अळ्लावरु से पूछा गया कि क्या तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया जाएगा, तो उन्होंने इस पर कोई सीधा जवाब देने से परहेज़ किया।
कृष्णा अळ्लावरु ने कहा कि फिलहाल महागठबंधन की प्राथमिकता जनता के मुद्दों को उठाना और आगामी चुनावों की रणनीति तैयार करना है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उम्मीदवार और नेतृत्व का फैसला समय आने पर सभी सहयोगी दल मिलकर करेंगे।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस का यह रुख एक तरह से रणनीतिक चुप्पी है। पार्टी फिलहाल खुद को गठबंधन में “निर्णायक स्थिति” में रखना चाहती है और इसलिए तेजस्वी को सीएम चेहरा घोषित करने पर स्पष्ट बयान नहीं दे रही।
वहीं, राजद (RJD) के समर्थक लगातार तेजस्वी यादव को महागठबंधन का चेहरा बनाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस की ओर से सवाल टालने से गठबंधन के भीतर मतभेद और अटकलें और गहरी हो सकती हैं।