




तेलंगाना में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजधानी हैदराबाद की सड़कें पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं, जबकि कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बारिश का सबसे बड़ा असर पार्सीगुट्टा और नामपल्ली क्षेत्रों में देखने को मिला, जहां नालों में तेज़ बहाव के कारण तीन लोग लापता हो गए।
🔹 हैदराबाद की सड़कें बनीं नदी
बारिश का पानी शहर की अधिकांश सड़कों पर भर गया है।
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कई जगह गाड़ियाँ पानी में फंस गईं।
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पुराने शहर से लेकर हाईटेक सिटी तक ट्रैफिक व्यवस्था ठप हो गई।
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नागरिकों का कहना है कि हैदराबाद की मुख्य सड़कें और कॉलोनियाँ छोटी-छोटी नदियों में बदल गई हैं।
GHMC (ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन) के अधिकारियों के मुताबिक, लगातार बारिश से नालों और झीलों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया।
🔹 पार्सीगुट्टा और नामपल्ली में हादसा
सबसे चिंताजनक स्थिति पार्सीगुट्टा और नामपल्ली में देखने को मिली।
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यहाँ खुले नालों में पानी का बहाव इतना तेज़ था कि तीन लोग बह गए।
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स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे।
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GHMC और NDRF की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि नालों के पास कोई सुरक्षा बैरिकेड या चेतावनी बोर्ड नहीं लगाए गए थे, जिससे यह हादसा हुआ।
🔹 बिजली और यातायात व्यवस्था चरमराई
बारिश का असर केवल बाढ़ तक सीमित नहीं रहा।
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शहर के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
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भारी जलभराव के कारण मेट्रो और बस सेवाएँ प्रभावित हुईं।
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ऑफिस जाने वाले लोग घंटों जाम में फंसे रहे।
हाईटेक सिटी, जुबली हिल्स और गाचीबौली जैसे आईटी हब में कई कंपनियों ने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम का विकल्प दिया।
🔹 प्रशासन अलर्ट पर
तेलंगाना सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है।
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NDRF, DRF और पुलिस टीमें राहत-बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
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निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
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स्कूलों और कॉलेजों को एहतियातन बंद कर दिया गया है।
राज्य सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि बिना जरूरत घरों से बाहर न निकलें और जलभराव वाले इलाकों से दूर रहें।
🔹 बारिश का आंकड़ा और चेतावनी
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक:
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हैदराबाद में पिछले 24 घंटे में 200 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई।
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आने वाले 48 घंटे तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
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तेलंगाना के अन्य जिलों—करीमनगर, वारंगल और निजामाबाद—में भी रेड अलर्ट जारी किया गया है।
🔹 नागरिकों की मुश्किलें
लोगों का कहना है कि हर साल बारिश में हैदराबाद का यही हाल होता है।
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नालों की सफाई समय पर नहीं होने से जलभराव बढ़ जाता है।
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अवैध निर्माण और अतिक्रमण ने जलनिकासी प्रणाली को कमजोर कर दिया है।
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नागरिक संगठनों ने GHMC पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा:
“हर साल हम यही समस्या झेलते हैं। नाले और ड्रेनेज साफ नहीं किए जाते। प्रशासन सिर्फ वादे करता है।”
तेलंगाना में भारी बारिश ने एक बार फिर शहरी योजना और प्रशासन की कमजोरियों को उजागर कर दिया है।
हैदराबाद जैसे बड़े शहर में जलभराव और नालों में लोगों के बहने की घटनाएँ चिंता का विषय हैं।
फिलहाल तीन लोगों की तलाश जारी है और आने वाले दिनों में बारिश के चलते हालात और बिगड़ सकते हैं।
सरकार और प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है—नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए ठोस कदम उठाना।