




चेन्नई के तारामणी इलाके में पुलिस और नारकोटिक्स विभाग ने संयुक्त अभियान चलाकर ड्रग्स तस्करी के बड़े मामले का भंडाफोड़ किया है। इस दौरान त्रिपुरा से आए दो युवकों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से भारी मात्रा में हेरोइन बरामद हुई। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह दोनों युवक एक बड़े ड्रग्स नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं, जो उत्तर-पूर्व भारत से लेकर दक्षिण भारत तक सक्रिय है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान त्रिपुरा निवासी बतौर हुई है। दोनों युवक लंबे समय से ड्रग्स की सप्लाई में शामिल थे और चेन्नई जैसे बड़े शहर में नशे की खेप पहुंचाने की फिराक में थे। नारकोटिक्स विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि तारामणी इलाके में ड्रग्स की डील होने वाली है। इसी आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के समय उनके पास से कई पैकेट हेरोइन बरामद किए गए। बरामद की गई हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये आंकी जा रही है। पुलिस ने बताया कि यह हेरोइन न केवल चेन्नई, बल्कि बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे शहरों में सप्लाई की जानी थी।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि यह युवक नॉर्थ ईस्ट में सक्रिय एक गिरोह से जुड़े हुए हैं, जो म्यांमार और बांग्लादेश की सीमा से नशा भारत में लाता है। इसके बाद यह खेप दिल्ली, मुंबई और दक्षिण भारत के बड़े शहरों तक पहुंचाई जाती है। तारामणी में पकड़े गए युवक इसी नेटवर्क के हिस्से के रूप में काम कर रहे थे।
तमिलनाडु पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में राज्य में ड्रग्स की तस्करी के मामलों में तेजी आई है। खासकर नॉर्थ ईस्ट से जुड़े हुए गिरोह यहां सक्रिय हो गए हैं। कॉलेज और आईटी हब होने की वजह से चेन्नई में नशे की खपत बढ़ रही है, जिसका फायदा उठाकर तस्कर यहां अपना जाल फैला रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि इनके पीछे कौन-कौन लोग हैं। आरोपियों के मोबाइल फोन और अन्य उपकरणों की भी जांच की जा रही है ताकि उनके संपर्कों और नेटवर्क का पता लगाया जा सके। नारकोटिक्स विभाग का मानना है कि यह गिरोह केवल स्थानीय स्तर पर नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सक्रिय है और इसकी डोर सीमा पार तक फैली हुई है।
इस घटना के बाद एक बार फिर ड्रग्स नेटवर्क पर सवाल खड़े हो गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में ड्रग्स का फैलता जाल युवाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है। नशे की लत न केवल अपराध को बढ़ावा दे रही है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी तोड़ रही है। सरकार और पुलिस लगातार इस पर सख्ती दिखा रही है, लेकिन ड्रग्स माफिया नए-नए तरीकों से अपना कारोबार चला रहे हैं।
चेन्नई पुलिस ने इस मामले को बड़ी सफलता करार दिया है और कहा है कि आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पुलिस का दावा है कि इस गिरफ्तारी से दक्षिण भारत में सक्रिय ड्रग्स नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।