




तमिलनाडु की ऊर्जा सचिव बीला वेंकटेशन का निधन हो गया। बीला वेंकटेशन, जो राज्य सरकार के ऊर्जा विभाग की प्रमुख सचिव के रूप में कार्यरत थीं, पिछले तीन महीनों से बीमारी के इलाज के लिए लंबी छुट्टी पर थीं। उनके निधन से तमिलनाडु सरकार और प्रशासनिक सेवा में एक गहरी शोक की लहर दौड़ गई है।
बीला वेंकटेशन एक प्रतिष्ठित आईएएस अधिकारी थीं जिन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर कार्य किया। तमिलनाडु सरकार के ऊर्जा विभाग में सचिव के रूप में उनकी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण थी, जहां उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र में सुधार, नीति निर्माण और राज्य की ऊर्जा उत्पादन योजनाओं में अहम योगदान दिया। उनके नेतृत्व में राज्य ने ऊर्जा आपूर्ति और बिजली की दरों को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए, जिससे राज्य की ऊर्जा क्षेत्र की कार्यप्रणाली में सुधार हुआ।
उनकी कार्यशैली में सशक्त नेतृत्व, समाज के प्रति संवेदनशीलता और नवाचार की विशेषताएँ थीं। बीला वेंकटेशन के प्रयासों के परिणामस्वरूप राज्य में ऊर्जा वितरण और सौर ऊर्जा जैसी स्वच्छ ऊर्जा पहलों में महत्वपूर्ण सुधार देखे गए।
बीला वेंकटेशन ने प्रशासनिक सेवा में रहते हुए अपनी निष्ठा और ईमानदारी से कई कार्य किए। उन्होंने तमिलनाडु के ऊर्जा संकट को दूर करने के लिए कई योजनाओं को अमल में लाया। विशेष रूप से, उनके नेतृत्व में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और विद्युत वितरण सुधार योजनाओं में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त हुई। बीला वेंकटेशन का मानना था कि हर क्षेत्र में सतत विकास और स्मार्ट एनर्जी सॉल्यूशंस को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
उनके योगदान से तमिलनाडु ने ऊर्जा उत्पादन में स्वावलंबन हासिल किया और आधुनिक ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को अपनाया। इसके अलावा, उनकी नीतियों ने राज्य में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा आपूर्ति को अधिक स्थिर और विश्वसनीय बनाया।
बीला वेंकटेशन का जीवन संघर्ष और समर्पण की मिसाल था। वह अपनी प्रशासनिक सेवाओं के अलावा समाज के लिए भी बहुत सक्रिय थीं। उनकी ईमानदारी और पारदर्शिता ने उन्हें शासन के विभिन्न स्तरों पर एक सम्मानजनक स्थान दिलाया। वह समाज के प्रति जिम्मेदारी को सबसे ऊपर मानती थीं और हमेशा अपनी नीतियों में लोगों के भले के लिए काम करती थीं।
चाहे वह ऊर्जा योजनाएं हों, या निरंतर सुधार के लिए उनकी कोशिशें, बीला वेंकटेशन ने हर कदम पर देश और समाज के लिए न केवल प्रशासनिक सुधार बल्कि व्यावसायिक प्रेरणा भी दी।
बीला वेंकटेशन के निधन पर तमिलनाडु सरकार ने शोक व्यक्त किया और उनके योगदान को याद किया। राज्य सरकार ने उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि उनके कार्यों ने राज्य प्रशासन को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनके कार्यों और उनके द्वारा किए गए सुधारों की मिसाल को हमेशा याद किया जाएगा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन और अन्य उच्च अधिकारियों ने भी बीला वेंकटेशन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनके कार्यों की सराहना की। राज्य प्रशासन में उनकी भूमिका को अपरिहार्य माना गया और उनके योगदान को एक मूल्यवान धरोहर के रूप में माना जाएगा।
उनके योगदान को सिर्फ ऊर्जा क्षेत्र तक सीमित नहीं रखा जा सकता। बीला वेंकटेशन ने प्रशासन में रहते हुए सामाजिक न्याय, समाज के कमजोर वर्गों के लिए योजनाओं, और जनकल्याण के लिए कई योजनाएं बनाई। उनका विश्वास था कि किसी भी प्रशासनिक कार्य का असली उद्देश्य जनता की सेवा करना और उनके जीवन को बेहतर बनाना है।
उनकी प्रशासनिक नीतियों और व्यक्तिगत नेतृत्व ने तमिलनाडु को कई क्षेत्रों में प्रगति की दिशा में अग्रसर किया। खासकर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा वितरण सुधार, और स्वच्छ ऊर्जा योजनाओं ने राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में मदद की।
बीला वेंकटेशन का निधन तमिलनाडु सरकार और प्रशासनिक सेवा के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनका कार्य हमेशा एक प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उनका जीवन और उनके कार्य हमें यह सिखाते हैं कि ईमानदारी, निष्ठा, और समाज सेवा से किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है। उनका निधन भारतीय प्रशासनिक सेवा की दुनिया में एक शून्य छोड़ गया है, लेकिन उनके योगदान और कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा।
उनकी मृत्यु ने हम सभी को एक प्रेरणादायक अधिकारी को खो दिया है, जो हमेशा समाज की भलाई के लिए काम करती रहीं। उनके द्वारा किए गए कार्यों की गहरी छाप हमेशा तमिलनाडु के प्रशासन और भारत के ऊर्जा क्षेत्र में रहेगी।