




बिहार की राजधानी पटना में आयोजित ‘शक्ति अधिकार महिला संवाद कार्यक्रम’ शुक्रवार को पूरी तरह से महिलाओं की आवाज़ और उनके अधिकारों पर केंद्रित रहा। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस कार्यक्रम में शिरकत करते हुए न केवल महिलाओं से सीधा संवाद किया, बल्कि उन्होंने बिहार की मौजूदा सरकार और उसकी नीतियों पर भी जमकर निशाना साधा।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रियंका गांधी ने महिलाओं के साथ मशहूर गीत ‘हम होंगे कामयाब’ गाकर एकजुटता और उम्मीद का संदेश दिया। गाने के बाद कई महिलाओं ने प्रियंका के साथ मंच पर सेल्फी ली, जिससे कार्यक्रम का माहौल बेहद आत्मीय और उत्साहपूर्ण हो गया। यह दृश्य सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ।
चुनावी वादों पर सवाल
प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा,
“चुनाव से ठीक पहले महिलाओं को 10 हजार रुपए देने का वादा सिर्फ वोट हासिल करने का प्रयास है। सरकार की नीयत साफ नहीं है, क्योंकि अगर वास्तव में महिला सशक्तिकरण की सोच होती, तो यह कदम चुनाव से पहले नहीं, बल्कि शासन के दौरान उठाया जाता।”
उन्होंने महिलाओं को आगाह किया कि वे सिर्फ पैसों के लालच में आकर किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन न करें। प्रियंका गांधी ने कहा कि महिला मतदाता ही असली बदलाव की ताकत हैं और जब महिलाएं जागरूक होकर वोट करेंगी तो सत्ता की तस्वीर बदल जाएगी।
महिलाओं के हक़ की बात
प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता, शिक्षा, और स्वास्थ्य के मुद्दों को केंद्र में रखा। उन्होंने कहा कि आज भी बड़ी संख्या में महिलाएं शिक्षा से वंचित हैं, स्वास्थ्य सेवाओं तक उनकी पहुँच सीमित है और रोजगार के अवसर कम हैं।
उन्होंने कहा कि:
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महिलाओं को सिर्फ वोट बैंक समझने की परंपरा तोड़नी होगी।
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जब तक महिलाएं अपनी ताकत को पहचानकर संगठित नहीं होंगी, तब तक वास्तविक बदलाव संभव नहीं है।
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महिलाओं को राजनीति में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।
भीड़ में जोश और उत्साह
पटना के इस संवाद कार्यक्रम में महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी। महिलाएं अपने सवाल लेकर प्रियंका गांधी तक पहुँचीं और कई ने रोजगार, सुरक्षा और शिक्षा से जुड़े सवाल पूछे। प्रियंका ने धैर्यपूर्वक सभी सवाल सुने और समाधान की दिशा में अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम के अंत में प्रियंका गांधी ने कहा कि “महिला शक्ति ही देश की असली शक्ति है। जब महिलाएं संगठित होंगी तो किसी भी सरकार की गलत नीतियां टिक नहीं पाएंगी।”
विपक्ष पर सीधा वार
प्रियंका गांधी ने मंच से यह भी कहा कि मौजूदा सरकार केवल चुनावी फायदे के लिए योजनाओं का एलान करती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 10 हजार रुपए देने का वादा सिर्फ एक चुनावी जाल है।
उन्होंने कहा कि अगर बिहार सरकार सचमुच महिलाओं के उत्थान के लिए काम करना चाहती, तो स्थायी योजनाएं लातीं, जिनसे महिलाओं को लंबे समय तक लाभ मिलता।
सोशल मीडिया पर चर्चा
प्रियंका गांधी का यह कार्यक्रम सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है। खासकर ‘हम होंगे कामयाब’ गाने का वीडियो और महिलाओं के साथ सेल्फी की तस्वीरें खूब शेयर की जा रही हैं। समर्थक इसे महिलाओं को जोड़ने का सफल प्रयास बता रहे हैं, जबकि विपक्षी दल इसे सिर्फ एक ‘राजनीतिक ड्रामा’ कह रहे हैं।
भविष्य की राजनीति में महिला शक्ति की भूमिका
प्रियंका गांधी के इस संवाद कार्यक्रम से साफ है कि कांग्रेस बिहार में महिला मतदाताओं पर खास ध्यान दे रही है। यह रणनीति आने वाले चुनावों में पार्टी के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। महिलाओं को सीधे जोड़ने का प्रयास और उनकी समस्याओं को केंद्र में रखना कांग्रेस की चुनावी नीति का अहम हिस्सा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार जैसे राज्य में, जहां महिला मतदाता संख्या में बड़ी हिस्सेदारी रखती हैं, वहां इस तरह का संवाद चुनावी समीकरण को प्रभावित कर सकता है।
पटना में प्रियंका गांधी का यह कार्यक्रम महिलाओं की आवाज़ को मजबूत करने और उनकी समस्याओं को राजनीति के केंद्र में लाने का प्रयास था। हालांकि, उनके बयान और आरोपों ने बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। अब देखना यह होगा कि चुनावी मौसम में महिला मतदाता किस ओर रुख करती हैं और उनके वोट का असर किस पार्टी को सत्ता दिलाएगा।