




केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बस्तर जिले में एक बड़े जनसभा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्र की सुरक्षा, विकास और माओवादी समस्या पर स्पष्ट और कड़ा रुख अपनाया। अमित शाह ने कहा कि माओवादी समस्या का समाधान केवल हथियार छोड़कर सरकार की ‘लुभावनी सरेंडर-रिहैबिलिटेशन नीति’ अपनाने से संभव है। उन्होंने माओवादियों को बिना शर्त हथियार डालने और मुख्यधारा में लौटने का आग्रह किया।
अमित शाह ने कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह से बातचीत के बजाय कड़े सुरक्षा कदमों पर जोर देते हुए कहा कि “माओवादियों से बातचीत करने का कोई सवाल नहीं है। वे हथियार डालकर इस नीति का हिस्सा बनें।” उन्होंने साफ तौर पर चेतावनी दी कि शांति भंग करने वालों को सुरक्षा बलों की तरफ से सख्त जवाब मिलेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर क्षेत्र में स्थिरता और विकास के लिए काम कर रही हैं। अमित शाह ने बताया कि माओवादी उग्रवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों को हरसंभव संसाधन और ताकत दी जा रही है ताकि वे प्रभावी ढंग से आतंकवादियों को खत्म कर सकें।
बस्तर में स्थानीय युवाओं के कौशल विकास और रोजगार सृजन के लिए विशेष योजनाएं लागू की जा रही हैं। अमित शाह ने कहा कि माओवादी समस्या को केवल सैनिक कार्रवाई से नहीं बल्कि सामाजिक-आर्थिक विकास से भी समाप्त किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने सुरक्षा बलों की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने माओवादी हिंसा को काफी हद तक काबू में रखा है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और जनता से भी अपील की कि वे आतंकवादियों को समर्थन न दें और शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।
अमित शाह के इस दौरे को क्षेत्र में शांति और विकास को गति देने के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया और क्षेत्रवासियों से सीधे संवाद किया।
पिछले कुछ वर्षों में बस्तर में सुरक्षा स्थिति में सुधार के बावजूद माओवादी समस्या पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। गृह मंत्री के इस कड़े तेवर और केंद्र सरकार के प्रयासों से उम्मीद है कि क्षेत्र में शांति बहाल होगी और विकास के नए अवसर मिलेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बस्तर दौरा और उनके द्वारा दिया गया स्पष्ट संदेश यह दर्शाता है कि केंद्र सरकार माओवादी उग्रवाद को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। सुरक्षा और विकास दोनों ही मोर्चों पर सरकार पूरी ताकत से काम कर रही है, जिससे बस्तर क्षेत्र में जल्द ही स्थिरता और समृद्धि आएगी।