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    वमशधारा, नागावली सहित अन्य नदियों में मध्यम जलप्रवाह, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में बाढ़ जैसे हालात

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    आंध्र प्रदेश के उत्तर-पूर्वी जिलों विजयनगरम और श्रीकाकुलम में स्थित प्रमुख नदियों — वामसधारा, नागावली, और अन्य सहायक नदियों में शनिवार को भी मध्यम प्रवाह दर्ज किया गया, जिससे क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।

    हालांकि शुक्रवार से बारिश में कुछ राहत मिली है, लेकिन ऊपरी कैचमेंट क्षेत्रों, विशेषकर ओडिशा में हुई भारी वर्षा के कारण नदी जलस्तर में तेज़ी से वृद्धि देखी गई है।

    वामसधारा नदी पर बने गोट्टा बैराज और नागावली नदी के थोटापल्ली जलाशय में लगातार जलप्रवाह दर्ज किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार:

    • वामसधारा में प्रवाह स्तर: लगभग 82,000 क्यूसेक्स तक पहुंच चुका था

    • नागावली में इनफ्लो: 18,000 क्यूसेक्स, आउटफ्लो: 16,600 क्यूसेक्स

    हालांकि बाद में दोनों जलाशयों पर प्रवाह में थोड़ी कमी आई, लेकिन जलस्तर अभी भी सामान्य से ऊपर बना हुआ है।

    प्रभावित मण्डल जैसे कि वंगारा, संथाकाविति, रेगिडी, अमदलवलासा, गजपथिनगरम और आसपास के गांवों में स्थिति अत्यंत चिंताजनक बनी रही।

    ग्रामीणों का कहना है कि कई रास्ते टूट गए हैं, खेत जलमग्न हो गए हैं और दैनिक जीवन की मूलभूत सेवाएं जैसे बिजली और पानी बाधित हो चुकी हैं।

    “हमारे खेतों में पूरा पानी भर गया है। पक्की सड़क तक डूब चुकी है। सरकारी मदद पहुंचने में समय लग रहा है,” – रेगिडी के एक किसान ने बताया।

    जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन बलों को अलर्ट पर रखा है। NDRF और SDRF की टीमें विभिन्न संवेदनशील इलाकों में तैनात की गई हैं।

    • 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं

    • राहत शिविरों की स्थापना की जा रही है

    • खाद्य सामग्री, दवाइयां और पीने का पानी स्टॉक में रखा गया है

    • बिजली विभाग ने वैकल्पिक आपूर्ति की योजना बनाई है

    कृषि विभाग के अनुसार, विशेषकर धान की फसल पर बाढ़ का गंभीर असर पड़ा है। वामसधारा के किनारे बसे गांवों में लगभग 15,000 एकड़ से अधिक भूमि पर फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। किसान बेहद चिंतित हैं क्योंकि रबी सीजन की बुवाई भी इससे प्रभावित हो सकती है।

    मौसम विभाग का कहना है कि आगामी 24–48 घंटे में कोई भारी वर्षा की चेतावनी नहीं है, लेकिन नदियों के ऊपरी क्षेत्रों में बहाव अभी जारी है। यदि वहां दोबारा बारिश होती है, तो जलस्तर फिर से बढ़ सकता है।

    प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने और सतर्क रहने की अपील की है।

    शनिवार दोपहर तक कुछ इलाकों में पानी घटने की शुरुआत हुई, लेकिन कई गांवों में अब भी बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है।

    सड़क मार्गों के टूटने से राहत सामग्री पहुंचाने में दिक्कतें आ रही हैं, हालांकि जिला कलेक्टर ने एयरलिफ्ट और बोट सेवा जैसी वैकल्पिक व्यवस्थाओं के निर्देश दिए हैं।

    • विजयनगरम कंट्रोल रूम: 1800-425-1090

    • श्रीकाकुलम कंट्रोल रूम: 1800-425-1091

    वामसधारा और नागावली सहित अन्य नदियों में आए मध्यम प्रवाह ने आंध्र प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। हालांकि बारिश में कमी से थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन नदियों का बहाव सामान्य होने में समय लग सकता है।

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