




भारतीय किसान यूनियन बाबा का राष्ट्रीय कार्यालय हापुड़ से चौथी बार पंजाब के लिए राहत अभियान भेजने की घोषणा की गई है। इस बार राहत कार्य में केवल औषधि और मेडिकल सहायता शामिल होगी। भारतीय किसान यूनियन बाबा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहसिन उर्फ बबलू भैया ने बताया कि पंजाब में आई आपदा के लिए पूरे देश ने पंजाब के साथ खड़ा होकर एकता और भाईचारे की मिसाल पेश की है।
उन्होंने कहा कि इस आपदा में सभी किसान संगठनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और जो बची हुई कसर थी, उसे माननीय चौधरी राकेश टिकैत जी द्वारा पूरा किया जा रहा है। राहत सामग्री लगातार हापुड़ स्थित सिसौली के किसान भवन से हर दूसरे दिन भेजी जाती रही है। इसी के साथ अब भारतीय किसान यूनियन बाबा ने फिर से पंजाब जाने का निर्णय लिया है।
इस राहत अभियान का मुख्य उद्देश्य बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में मेडिकल सहायता पहुंचाना है। पंजाब जाकर भारतीय किसान यूनियन बाबा अपने मेडिकल कैंप का आयोजन करेंगे। इस कैंप की अवधि कम से कम एक सप्ताह तक रहेगी और इसमें लगातार दिन-रात मरीजों का इलाज किया जाएगा। यह कदम बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए जीवन रक्षक साबित होगा।
मोहसिन भैया ने सभी संगठन साथियों से अपील की है कि इस बार पंजाब के लिए भेजी जाने वाली राहत सामग्री में औषधि शामिल है। किसान यूनियन के वे साथी जो मेडिकल लाइन से जुड़े हुए हैं, वे अपना योगदान दे सकते हैं। जयपुर से डॉक्टर नजमुद्दीन जी ने भी कुछ औषधीय सामग्री राष्ट्रीय कार्यालय पर भेज दी है।
पंजाब में आई बाढ़ ने हजारों लोगों की जिंदगी प्रभावित की है। घर, खेत और पशुपालन प्रभावित हुए हैं। ऐसे समय में राहत कार्य और मेडिकल सहायता बहुत जरूरी हैं। भारतीय किसान यूनियन बाबा का यह कदम प्रभावितों के लिए राहत की किरण लेकर आएगा।
राहत अभियान के दौरान स्वास्थ्य जांच, औषधियों का वितरण और जरूरतमंदों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी। मेडिकल कैंप में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी स्थानीय लोगों की सहायता करेंगे और गंभीर रोगियों को आगे की चिकित्सा के लिए उचित सुझाव भी देंगे।
इस पहल से न केवल बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि किसानों और आम लोगों में एकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी मजबूत होगी। भारतीय किसान यूनियन बाबा लगातार अपने अभियान के माध्यम से समाज सेवा और मानवीय सहायता का उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के राहत अभियान आपदा प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्थानीय प्रशासन के सहयोग से यह मेडिकल कैंप प्रभावी रूप से संचालित होगा और बाढ़ प्रभावितों को आवश्यक औषधि और स्वास्थ्य सुविधा मिल सकेगी।
कुल मिलाकर, भारतीय किसान यूनियन बाबा द्वारा पंजाब के लिए भेजा गया यह चौथा राहत अभियान न केवल औषधि और चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा, बल्कि सामाजिक और मानवीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एक सप्ताह तक चलने वाले इस मेडिकल कैंप से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है और संगठन की ओर से योगदान देने वाले साथी अपनी जिम्मेदारी निभाने में सक्षम होंगे।
यह अभियान यह भी दर्शाता है कि किसान संगठन और समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय रहते हुए आपदा प्रबंधन में सहयोग कर सकते हैं। भारतीय किसान यूनियन बाबा का यह कदम पूरे देश में एकता, सहयोग और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देगा।