




IBPS क्लर्क परीक्षा 2025 में हुए कथित धोखाधड़ी मामले में लखनऊ पुलिस ने एक बड़े सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश किया है। यह गैंग परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों को कथित तौर पर उत्तर उपलब्ध कराने और परीक्षा प्रक्रिया में अनियमितता करने में संलिप्त था। पुलिस ने इस कार्रवाई में कुल 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिसमें गैंग का मुख्य सरगना भी शामिल था।
जानकारी के अनुसार, इस गैंग के संचालन के पीछे एक बैंक अधिकारी था, जो परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों से संपर्क स्थापित कर उन्हें उत्तर या मार्गदर्शन प्रदान करता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह गैंग लंबे समय से परीक्षा में गड़बड़ी करने और छात्रों से अवैध लाभ लेने की योजना बना रहा था।
लखनऊ पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सदस्यों के कब्जे से परीक्षा से संबंधित कई उपकरण, मोबाइल फोन और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं। इन उपकरणों का उपयोग छात्रों को प्रश्नों के उत्तर भेजने के लिए किया जाता था। गिरफ्तार सदस्यों के बयान और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर पुलिस अब पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है।
IBPS क्लर्क परीक्षा 2025 देशभर में आयोजित की जा रही थी और इसमें लाखों उम्मीदवार शामिल थे। इस परीक्षा में फर्जी तरीके से उत्तर देने वाले सॉल्वर गैंग के पकड़ में आने से परीक्षा की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल उठ रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस घटना ने परीक्षा प्रशासन और बैंकिंग भर्ती प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है।
पुलिस ने बताया कि गैंग के सदस्यों ने तकनीकी तरीकों का इस्तेमाल कर परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों को उत्तर उपलब्ध कराए। यह मामला शिक्षा और बैंकिंग भर्ती में बढ़ती अनियमितताओं पर गंभीर चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। गिरफ्तार किए गए लोगों में कई पेशेवर और तकनीकी जानकार शामिल हैं, जिन्होंने सिस्टम को हैक कर छात्रों को उत्तर भेजे।
लखनऊ पुलिस ने बताया कि अब सॉल्वर गैंग के अन्य सहयोगियों और उनके सरगना की पहचान के लिए तकनीकी और फोरेंसिक जांच की जा रही है। डिजिटल डेटा, फोन कॉल रिकॉर्ड और अन्य सबूतों के माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि यह नेटवर्क कितने बड़े स्तर पर काम कर रहा था। पुलिस का कहना है कि इस कार्रवाई से भविष्य में परीक्षा में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने में मदद मिलेगी।
शिक्षा विशेषज्ञों ने भी इस मामले पर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि बैंकिंग परीक्षा जैसी महत्वपूर्ण भर्ती प्रक्रियाओं में सॉल्वर गैंग जैसी गतिविधियों से योग्य उम्मीदवारों को नुकसान होता है और सिस्टम की विश्वसनीयता पर प्रश्न उठते हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि परीक्षा संचालन में और भी कड़े सुरक्षा उपाय किए जाएं और तकनीकी निगरानी बढ़ाई जाए।
IBPS और अन्य बैंकिंग संस्थानों ने इस मामले पर स्पष्ट किया कि वे पूरी जांच प्रक्रिया के साथ पुलिस और शिक्षा मंत्रालय के सहयोग में हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा की ईमानदारी और उम्मीदवारों के अधिकारों की रक्षा प्राथमिकता है। इस घटना के प्रकाश में IBPS भविष्य में परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए नई तकनीकी और मानवीय उपाय लागू करने पर विचार कर रहा है।
सॉल्वर गैंग की गिरफ्तारी से यह भी संदेश जाता है कि कानून और पुलिस की कार्रवाई से कोई भी अवैध गतिविधि सुरक्षित नहीं रह सकती। लखनऊ पुलिस ने उम्मीदवारों और जनता से अपील की है कि यदि उन्हें परीक्षा या भर्ती में किसी प्रकार की गड़बड़ी का पता चले तो वह तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के सॉल्वर गैंग परीक्षा प्रक्रिया को भ्रष्ट करने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। इसलिए, डिजिटल सुरक्षा और परीक्षा निगरानी के उपायों को मजबूत करना अत्यंत आवश्यक है। IBPS जैसे बड़े संस्थानों के लिए यह घटना एक चेतावनी भी है कि तकनीकी और प्रशासनिक स्तर पर सतर्क रहना अनिवार्य है।