




बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य के सभी जिलों में प्रशासनिक तैयारियां तेज़ हो गई हैं। इसी क्रम में जहानाबाद और अरवल जिले में भी दूसरे चरण में 11 नवंबर 2025 को मतदान होगा। सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार 13 अक्तूबर को अधिसूचना जारी होगी, जिसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी।
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अक्तूबर तय की गई है। इसके बाद 21 अक्तूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि उम्मीदवार 23 अक्तूबर तक अपना नाम वापस ले सकते हैं। मतदान 11 नवंबर को और मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
जहानाबाद जिले में कुल तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं — जहानाबाद, घोसी और मखदुमपुर। जिले में कुल 8,05,655 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 4,26,693 पुरुष, 3,78,949 महिला और 13 अन्य मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा 4457 सेवा मतदाता भी पंजीकृत हैं।
जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,00,575 मतदाता हैं। इनमें 1,58,716 पुरुष और 1,41,856 महिला मतदाता शामिल हैं, जबकि यहां 1433 सेवा मतदाता भी हैं। मतदान के लिए कुल 375 केंद्र बनाए गए हैं।
वहीं घोसी विधानसभा क्षेत्र में 2,58,378 मतदाता हैं, जिनमें 1,37,226 पुरुष, 1,21,143 महिला और 1592 सेवा मतदाता शामिल हैं। यहां 329 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।
मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र में 2,46,702 मतदाता हैं। इनमें 1,30,751 पुरुष, 1,15,950 महिला और 1432 सेवा मतदाता दर्ज हैं। इस क्षेत्र में 305 मतदान केंद्र बनाये गये हैं।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं डीएम अलंकृता पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पूरे जिले में चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता वोटिंग प्रतिशत बढ़ाना है। इसके लिए जिले में स्वीप (SVEEP) अभियान के तहत मतदाताओं को जागरूक करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
डीएम ने बताया कि हर मतदाता को मतदाता स्लिप उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि मतदान के दिन उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों में जिले का वोटिंग प्रतिशत अपेक्षाकृत कम रहा था, इसलिए इस बार इसे बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे जिले में आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू हो गई है। डीएम ने बताया कि धारा 163 के तहत किसी भी सार्वजनिक स्थान पर पांच से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक रहेगी। वहीं सभा, रोड शो और रैलियों के आयोजन के लिए सुविधा सेल से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
डीएम अलंकृता पांडेय ने स्पष्ट किया कि सभी सरकारी भवनों पर लगे बैनर और पोस्टर 24 घंटे के भीतर हटा दिए जाएंगे। साथ ही किसी भी निजी भवन पर बिना अनुमति बैनर या पोस्टर लगाना प्रतिबंधित रहेगा। इस संबंध में सभी संबंधित विभागों और राजनीतिक दलों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। किसी भी प्रकार की गलत या भ्रामक जानकारी फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा खर्च पर नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए उम्मीदवारों द्वारा नामांकन के साथ ही उनके व्यय का रिकॉर्ड रखा जाएगा।
जहानाबाद जिले में तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग डिस्पैच सेंटर बनाए गए हैं।
जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए एसएस कॉलेज जहानाबाद,
घोसी विधानसभा क्षेत्र के लिए उच्च विद्यालय घोसी,
और मखदुमपुर क्षेत्र के लिए उच्च माध्यमिक विद्यालय मखदुमपुर को डिस्पैच सेंटर बनाया गया है।
वहीं एसएस कॉलेज जहानाबाद में स्ट्रांग रूम (Strong Room) बनाया गया है, जहां मतदान के बाद ईवीएम को सुरक्षित रखा जाएगा और गिनती का कार्य भी वहीं संपन्न होगा।
डीएम ने यह भी बताया कि फिलहाल जिले को सात कंपनियां सेंट्रल फोर्स (Central Forces) की उपलब्ध कराई गई हैं, जो संवेदनशील बूथों पर तैनात रहेंगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
प्रशासन के अनुसार, जिन योग्य व्यक्तियों का नाम अभी तक मतदाता सूची में नहीं है, वे नामांकन के अंतिम दिन से दस दिन पहले तक अपना नाम जुड़वा सकते हैं। निर्वाचन कार्यालय इस प्रक्रिया के लिए विशेष कैंप लगाने की तैयारी में है।
चुनाव आयोग और जिला प्रशासन की इन तैयारियों के बीच अब जिले में चुनावी माहौल गर्माने लगा है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपने संभावित प्रत्याशियों की घोषणा की कवायद तेज़ कर दी है।
अब पूरा जिला 11 नवंबर का इंतजार कर रहा है, जब मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर अगले पांच वर्षों के लिए नई विधानसभा का गठन करेंगे।