




दिवाली से पहले सोने और चांदी के बाजार में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। लगातार कई दिनों की स्थिरता के बाद आज सोने की कीमतों में ₹1,700 प्रति 10 ग्राम तक की तेजी दर्ज की गई है। वहीं, चांदी ने भी अपनी चमक दिखाई है और इसकी कीमत में ₹3,300 प्रति किलो तक का उछाल देखा गया है। इस अचानक आई तेजी ने न केवल ग्राहकों बल्कि सर्राफा कारोबारियों को भी चौंका दिया है।
भारत में सोना हमेशा से न केवल आभूषण के रूप में बल्कि निवेश के सुरक्षित साधन के रूप में भी देखा जाता है। दिवाली और धनतेरस जैसे त्योहारों के नजदीक आने से सोने की मांग में पहले से ही बढ़ोतरी होती है। लेकिन इस बार तेजी केवल त्योहारों की वजह से नहीं, बल्कि वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक परिस्थितियों के कारण भी है।
सोने की नई कीमतें क्या हैं?
दिल्ली सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत आज ₹69,800 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है, जो कल के मुकाबले ₹1,700 अधिक है। वहीं, 22 कैरेट सोना अब ₹64,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास बिक रहा है।
मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे अन्य प्रमुख शहरों में भी सोने की कीमतों में समान उछाल दर्ज किया गया है।
चांदी की बात करें तो दिल्ली बाजार में चांदी का रेट ₹87,500 प्रति किलो हो गया है, जो कल के मुकाबले ₹3,300 की तेजी को दर्शाता है।
वैश्विक बाजार में भी सोने की चमक बढ़ी
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोना आज चमकता हुआ नजर आ रहा है। कॉमेक्स (COMEX) पर गोल्ड फ्यूचर्स की कीमत $2,570 प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गई है, जो पिछले कई महीनों का ऊपरी स्तर है।
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी बाजारों में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव ने निवेशकों को सोने में शरण लेने पर मजबूर कर दिया है।
चांदी की कीमत भी इंटरनेशनल मार्केट में $30 प्रति औंस के करीब पहुंच चुकी है।
निवेशकों का रुख फिर गोल्ड की ओर
बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता और शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के चलते निवेशक एक बार फिर सुरक्षित निवेश साधन के रूप में सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
कई देशों में मुद्रास्फीति की दरें ऊंची हैं और केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं के चलते सोने की मांग और भी बढ़ने की उम्मीद है।
भारत में भी निवेशक ETF और डिजिटल गोल्ड की ओर रुख कर रहे हैं। एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स में पिछले एक हफ्ते में करीब ₹500 करोड़ से अधिक का निवेश आया है।
दिवाली और धनतेरस से पहले बढ़ी खरीदारी की रफ्तार
हर साल की तरह इस बार भी दिवाली और धनतेरस से पहले गोल्ड ज्वेलरी की डिमांड में तेजी आई है। दिल्ली, जयपुर, मुंबई और सूरत के ज्वेलर्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते की तुलना में इस हफ्ते बुकिंग में 25% से अधिक की वृद्धि हुई है।
हालांकि, कीमतों में तेजी के कारण कुछ ग्राहक फिलहाल इंतजार की रणनीति अपना रहे हैं। लेकिन ज्वेलर्स का कहना है कि दिवाली नजदीक आने पर खरीदारी और बढ़ेगी, क्योंकि भारतीय उपभोक्ताओं के लिए त्योहारों पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है।
आर्थिक और भू-राजनीतिक कारणों से आई तेजी
सोने की कीमतों में इस उछाल के पीछे कई बड़े कारक काम कर रहे हैं।
अमेरिका और यूरोप में बढ़ती आर्थिक मंदी की आशंका, तेल की बढ़ती कीमतें और मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव ने सोने को निवेशकों के लिए “सेफ हेवन” बना दिया है।
इसके अलावा, डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और वैश्विक बॉन्ड यील्ड में गिरावट ने भी सोने के दाम को बढ़ावा दिया है।
भारत में भी त्योहारी सीजन के कारण ज्वेलरी की खपत बढ़ने की संभावना है। इससे स्थानीय बाजार में सोने की मांग और मजबूत हुई है।
विशेषज्ञों की राय — आगे क्या होगा सोने का रुख?
कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं।
एंजेल वन (Angel One) के एनालिस्ट्स का कहना है कि दिवाली तक सोने की कीमत ₹71,000 प्रति 10 ग्राम के पार जा सकती है।
वहीं, चांदी के ₹90,000 प्रति किलो तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
हालांकि, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेशकों को खरीदारी करते समय धीरे-धीरे और सोच-समझकर निवेश करना चाहिए, क्योंकि कीमतों में अचानक गिरावट की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
सर्राफा बाजार में हलचल
दिल्ली के करोल बाग, जयपुर के जौहरी बाजार और मुंबई के झवेरी बाजार में आज खरीदारों की भीड़ देखी गई।
कई दुकानदारों का कहना है कि ग्राहकों ने दिवाली की ज्वेलरी बुकिंग शुरू कर दी है, क्योंकि उन्हें डर है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें और बढ़ जाएंगी।
डिजिटल गोल्ड और म्यूचुअल फंड में भी बढ़ी दिलचस्पी
सिर्फ ज्वेलरी नहीं, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर भी गोल्ड की मांग बढ़ रही है।
Paytm, PhonePe और Google Pay जैसे ऐप्स पर डिजिटल गोल्ड की खरीदारी में पिछले हफ्ते 40% की वृद्धि दर्ज की गई है।
इसके अलावा, गोल्ड म्यूचुअल फंड्स में भी निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है।
दिवाली से पहले सोने और चांदी में आई यह तेजी बाजार के लिए संकेत है कि आने वाले दिनों में कीमती धातुओं का बाजार और सक्रिय रहेगा।
जहां एक तरफ यह निवेशकों के लिए फायदेमंद अवसर है, वहीं आम खरीदारों के लिए महंगे दाम थोड़ी चिंता का विषय बन सकते हैं।
आर्थिक अस्थिरता और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच सोना एक बार फिर अपनी “सुरक्षित निवेश” की पहचान को साबित कर रहा है।
त्योहारी सीजन के साथ इसकी मांग और कीमतें दोनों में तेजी बनी रह सकती हैं।
तो अगर आप दिवाली पर सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह सही समय हो सकता है — क्योंकि आगे इसकी कीमतें और बढ़ने की पूरी संभावना है।