




बॉलीवुड के मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर इस्माइल दरबार ने हाल ही में निर्देशक संजय लीला भंसाली को लेकर विवादित बयान दिया है। दरबार ने खुलकर कहा कि भंसाली के घमंड और पेशेवर मतभेदों की वजह से दोनों के बीच रिश्ते में दरार आ गई।
इस्माइल दरबार और संजय लीला भंसाली ने बॉलीवुड में कई सफल फिल्में दी हैं। दोनों ने ‘देवदास’ और ‘हम दिल दे चुके सनम’ जैसी हिट फिल्में बनाई। इन फिल्मों में इस्माइल दरबार के म्यूजिक ने दर्शकों का मन मोह लिया था। ‘देवदास’ का संगीत आज भी श्रोता और संगीत विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय है। वहीं, ‘हम दिल दे चुके सनम’ में इस्माइल का संगीत भंसाली की फिल्मी दुनिया का अभिन्न हिस्सा बन गया।
हालांकि, दोनों की पेशेवर संबंधों में हमेशा संतुलन नहीं रहा। दरबार ने बताया कि वे ‘हीरामंडी’ फिल्म में भी म्यूजिक के काम में लगे थे, लेकिन इस दौरान संजय लीला भंसाली के साथ मतभेद पैदा हो गए। उन्होंने कहा कि भंसाली के घमंड और अपने तरीके पर अड़ जाने की वजह से दोनों के बीच अनबन हो गई। इस्माइल दरबार ने कहा कि पेशेवर मतभेद कभी-कभी व्यक्तिगत रिश्तों पर भी असर डालते हैं।
इस्माइल दरबार का मानना है कि बॉलीवुड में ऐसे कई मौके आते हैं जब कलाकार और निर्देशक के बीच रचनात्मक मतभेद पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि भंसाली के साथ उनका अनुभव बहुत ही खास रहा, लेकिन समय के साथ पेशेवर मतभेद और रवैये के कारण दूरी बढ़ गई। दरबार ने यह भी कहा कि भंसाली ने कई मौकों पर अपने विचारों को दूसरों पर थोपने की कोशिश की, जिससे कामकाजी माहौल प्रभावित हुआ।
भंसाली और दरबार की फिल्में हमेशा दर्शकों के बीच चर्चा का विषय रही हैं। दोनों के बीच अनबन की खबरें मीडिया में समय-समय पर उभरती रही हैं। दरबार ने इस बारे में साफ शब्दों में कहा कि भंसाली की घमंड भरी सोच और निर्णय लेने का तरीका उनके पेशेवर संबंधों को प्रभावित कर रहा था।
उन्होंने यह भी बताया कि भंसाली के साथ काम करना उनके लिए हमेशा सम्मानजनक रहा, लेकिन कुछ परियोजनाओं में विचारों का मेल न होने के कारण मतभेद पैदा हुए। इस्माइल ने कहा कि वह हमेशा पेशेवर दृष्टिकोण से काम करते हैं और किसी भी परियोजना में अपने योगदान को लेकर स्पष्ट होते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि बॉलीवुड में निर्देशक और म्यूजिक डायरेक्टर के बीच रचनात्मक मतभेद आम हैं। लेकिन इस्माइल दरबार के बयान ने इसे एक नई दिशा दे दी है। उन्होंने साफ किया कि पेशेवर मतभेद व्यक्तिगत रिश्तों में दूरी का कारण बन सकते हैं।
इस्माइल दरबार का कहना है कि ‘देवदास’ और ‘हम दिल दे चुके सनम’ जैसी फिल्मों में उनका संगीत भंसाली की फिल्मी पहचान का हिस्सा रहा। उन्होंने कहा कि भंसाली के साथ काम करने का अनुभव बेहद यादगार रहा, लेकिन समय के साथ पेशेवर दृष्टिकोण और रचनात्मक मतभेद ने दूरी पैदा कर दी।
भंसाली और दरबार की अनबन को लेकर मीडिया में कई रिपोर्ट्स आईं। लेकिन इस बार इस्माइल दरबार ने खुलकर अपनी राय रखी और कारणों का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि पेशेवर मतभेद किसी भी रिश्ते को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन दोनों का योगदान बॉलीवुड की सफलता में महत्वपूर्ण रहा है।
इस्माइल दरबार ने यह भी कहा कि उनकी नाराजगी केवल पेशेवर मतभेदों से जुड़ी है, और उन्होंने हमेशा भंसाली की फिल्मों के संगीत को सम्मान दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल अपने अनुभव को साझा करना और दर्शकों को सच्चाई बताना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बयान से बॉलीवुड में म्यूजिक और निर्देशन के बीच संतुलन और रचनात्मक मतभेद पर चर्चा बढ़ सकती है। इस्माइल दरबार ने इसे व्यक्तिगत मतभेद तक सीमित रखा है और पेशेवर दृष्टिकोण से इसे समझाने की कोशिश की है।
कुल मिलाकर, इस्माइल दरबार का बयान संजय लीला भंसाली के साथ उनके रिश्ते में पेशेवर मतभेद और घमंड के कारण आई दूरी को उजागर करता है। दोनों के योगदान ने बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है, लेकिन पेशेवर मतभेद और रचनात्मक अंतर ने उनके संबंधों में दूरी पैदा की।
बॉलीवुड प्रेमियों और संगीत प्रशंसकों के लिए यह खुलासा एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि रचनात्मक उद्योग में व्यक्तिगत और पेशेवर मतभेद आम हैं, और यह किसी भी समय सामने आ सकते हैं।