




बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को लेकर जहानाबाद जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। जिले में कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम शुरू कर दिया है। इसी क्रम में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अलंकृता पांडे और पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार के संयुक्त नेतृत्व में मंगलवार को भव्य फ्लैग मार्च निकाला गया, जिसमें प्रशासनिक और पुलिस बलों की मजबूत उपस्थिति देखने को मिली।
फ्लैग मार्च की शुरुआत नगर थाना परिसर से की गई। इसके बाद यह दल अंबेडकर चौक, बतीसभवरिया, अस्पताल मोड़ समेत नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरा। पूरे मार्च के दौरान पुलिस बलों की कदमताल और वाहनों के सायरन से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। यह नजारा प्रशासन की सख्ती और चुनाव को लेकर उसकी तैयारी का स्पष्ट संकेत दे रहा था।
डीएम अलंकृता पांडे ने इस दौरान बताया कि जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है और चुनाव से जुड़े हर दिशा-निर्देशों का पालन सख्ती से सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “प्रशासन का लक्ष्य मतदाताओं को भयमुक्त, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करना है। कोई भी व्यक्ति या समूह यदि चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।”
डीएम ने आगे कहा कि जिले में कुल छह सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) कंपनियां तैनात की जा चुकी हैं, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर लगातार गश्त कर रही हैं। इसके अलावा स्थानीय पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों को भी सतर्कता बरतने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।
फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार ने कहा कि “जिले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर सख्ती से अमल किया जा रहा है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी, अफवाह फैलाने या हिंसक गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों पर कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने यह भी बताया कि अपराधियों, शराब माफियाओं और अराजक तत्वों पर पहले से ही नजर रखी जा रही है।
एसपी ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि सभी नागरिक शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से मतदान करें। उन्होंने कहा कि “मतदान लोकतंत्र का पर्व है और इसमें हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। प्रशासन पूरी तरह तैयार है, लेकिन जनता का सहयोग सबसे अहम है।”
फ्लैग मार्च में जिला प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी, थाना प्रभारी, मजिस्ट्रेट, सीएपीएफ के जवान और पुलिसकर्मी शामिल रहे। पूरे मार्च के दौरान सुरक्षा बलों की सख्त चौकसी दिखाई दी। अधिकारी लगातार लोगों से संवाद करते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने, अफवाहों से दूर रहने और मतदान दिवस पर संयम रखने की अपील कर रहे थे।
डीएम अलंकृता पांडे ने कहा कि मतदान के दौरान किसी प्रकार का भय या दबाव नहीं होने दिया जाएगा। हर मतदाता को सुरक्षित माहौल में अपना मतदान करने का अधिकार है और प्रशासन इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा और सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की जा रही है।
प्रशासन द्वारा पहले से ही सभी थानाध्यक्षों, बीडीओ और सर्किल अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। जिले के प्रत्येक प्रखंड में शांति समितियों की बैठकें आयोजित की जा रही हैं ताकि स्थानीय स्तर पर भी सामंजस्य और समन्वय बना रहे।
इस बीच, जिला नियंत्रण कक्ष को चौबीसों घंटे सक्रिय रखा गया है। किसी भी आपात स्थिति में नागरिक वहां संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा मतदान प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार की अनियमितता या शिकायत पर फौरन कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं।
फ्लैग मार्च के दौरान आम नागरिकों ने प्रशासन की इस पहल का स्वागत किया। स्थानीय दुकानदारों, समाजसेवियों और युवाओं ने कहा कि इस तरह की गतिविधियां जनता के बीच सुरक्षा और विश्वास का माहौल बनाती हैं। लोगों ने भरोसा जताया कि इस बार का चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न होगा।
वहीं, प्रशासन ने सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी की बात कही है। किसी भी तरह की भ्रामक सूचना, अफवाह या नफरत फैलाने वाले कंटेंट पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने स्पष्ट किया कि चुनाव से संबंधित झूठी खबरें फैलाने वालों पर आईटी एक्ट और चुनाव नियमों के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
फ्लैग मार्च का समापन अस्पताल मोड़ पर हुआ, जहां अधिकारियों ने बलों को धन्यवाद देते हुए आगामी दिनों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि “लोकतंत्र की यह परीक्षा है, और प्रशासन इसे सफलता से संपन्न कराने के लिए पूर्ण रूप से समर्पित है।”
इस पूरी कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया कि जहानाबाद प्रशासन किसी भी तरह की लापरवाही या गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं करेगा। जिले में सुरक्षा, निगरानी और शांति व्यवस्था को लेकर सभी स्तरों पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।