




भारतीय टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में मैसेजिंग ऐप्स की दुनिया में नया रोमांच शुरू होने वाला है। Zoho के Arattai में जल्द ही बड़ा अपडेट आने वाला है, जो इस ऐप को WhatsApp और अन्य अंतरराष्ट्रीय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स के लिए कड़ी टक्कर देगा। कंपनी के सीईओ मणि वेम्बु ने हाल ही में घोषणा की है कि Arattai में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (E2EE) को शामिल किया जाएगा।
Arattai भारत का देसी मैसेजिंग ऐप है, जिसे Zoho ने विशेष रूप से सुरक्षित और भरोसेमंद चैटिंग के लिए तैयार किया है। हाल के समय में WhatsApp की बढ़ती लोकप्रियता ने कई यूजर्स को चिंता में डाल दिया है, खासकर डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा के मामले में। Arattai के नए अपडेट से यह समस्या कम होने वाली है। यूजर्स अब अपनी निजी बातचीत को सुरक्षित रख सकते हैं, क्योंकि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन सुनिश्चित करेगा कि संदेश केवल प्रेषक और प्राप्तकर्ता तक ही सुरक्षित रूप से पहुंचे।
मणि वेम्बु ने बताया कि कंपनी का उद्देश्य केवल यूजर्स को बेहतर चैटिंग अनुभव देना नहीं है, बल्कि डेटा सुरक्षा और प्राइवेसी को सर्वोच्च प्राथमिकता देना है। उन्होंने कहा कि “हम चाहते हैं कि भारतीय यूजर्स एक भरोसेमंद, सुरक्षित और तेज़ मैसेजिंग ऐप का अनुभव लें। Arattai का नया अपडेट इस दिशा में एक बड़ा कदम है।”
Arattai का यह अपडेट WhatsApp की तुलना में कई मामलों में फायदे लेकर आ सकता है। पहले, यूजर्स को मैसेजिंग में सुरक्षा की चिंता रहती थी। WhatsApp ने भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को पेश किया है, लेकिन Arattai भारतीय यूजर्स की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इसे और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने की तैयारी कर रहा है।
इस अपडेट में न केवल E2EE होगा, बल्कि ऐप की परफॉर्मेंस और यूजर इंटरफेस को भी अपडेट किया जाएगा। Zoho का लक्ष्य है कि Arattai को तेज़, हल्का और यूजर-फ्रेंडली बनाया जाए। इसके साथ ही, यह ऐप ग्रुप चैट्स, मीडिया शेयरिंग और डॉक्यूमेंट भेजने जैसी सुविधाओं को भी सुरक्षित बनाए रखेगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह अपडेट भारतीय मैसेजिंग मार्केट में बड़ा बदलाव ला सकता है। Arattai के E2EE फीचर से यूजर्स की सुरक्षा बढ़ेगी और WhatsApp पर निर्भरता कम होगी। इसके अलावा, डेटा प्राइवेसी के मामले में यह ऐप अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार काम करेगा।
Zoho ने पहले भी Arattai को लगातार अपडेट किया है, ताकि यह यूजर्स के लिए भरोसेमंद विकल्प बना रहे। पिछले साल इस ऐप ने कई नई सुविधाएँ जोड़ीं, जैसे कि स्टिकी मैसेज, चैट फोल्डर और मल्टी-डिवाइस सिंक। अब E2EE के आने से यह ऐप और भी लोकप्रिय होने की पूरी संभावना रखता है।
कंपनी के अनुसार, नए अपडेट के बाद Arattai WhatsApp की तुलना में तेज़ और सुरक्षित चैटिंग अनुभव देगा। यूजर्स को अपने डेटा की सुरक्षा के लिए अलग सेटिंग्स के झंझट नहीं झेलने पड़ेंगे। एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन स्वतः ही सभी चैट्स और मीडिया फाइल्स पर लागू हो जाएगा।
इस अपडेट की घोषणा के बाद सोशल मीडिया और टेक फोरम्स पर यूजर्स की प्रतिक्रिया भी उत्साहजनक रही। कई टेक ब्लॉगर और विशेषज्ञों ने इसे भारत में डेटा प्राइवेसी के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया है। कुछ का कहना है कि यह उन यूजर्स के लिए खास है, जो अपने व्यक्तिगत और प्रोफेशनल चैट्स की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हैं।
Arattai का यह कदम भारत में देसी टेक्नोलॉजी और डिजिटल स्वतंत्रता को बढ़ावा देने वाला माना जा रहा है। अब भारतीय यूजर्स न केवल सुरक्षित चैटिंग कर पाएंगे, बल्कि यह ऐप विदेशी प्लेटफॉर्म्स पर निर्भरता कम करने में भी मदद करेगा।
इस अपडेट के आने के बाद Zoho ने घोषणा की है कि वे लगातार यूजर्स से फीडबैक लेंगे और ऐप को और अधिक फीचर-रिच और प्राइवेट बनाएंगे। इसके तहत ग्रुप मैसेजिंग, मीडिया शेयरिंग और बिजनेस चैटिंग को भी और अधिक सुरक्षित बनाया जाएगा।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले महीनों में Arattai के यूजर बेस में तेज़ी से वृद्धि होगी। यह अपडेट WhatsApp को चुनौती देने वाला एक मजबूत कदम साबित हो सकता है। भारत में डिजिटल सुरक्षा और प्राइवेसी को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, और Arattai इस दिशा में उपयोगकर्ताओं का भरोसा जीत रहा है।
कुल मिलाकर, Zoho Arattai का यह नया अपडेट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ न केवल सुरक्षित चैटिंग अनुभव देगा बल्कि भारतीय मैसेजिंग मार्केट में WhatsApp जैसी विदेशी ऐप्स को कड़ी टक्कर भी देगा। यूजर्स अब अपने डेटा की सुरक्षा और निजी चैट्स की प्राइवेसी के साथ बिना किसी चिंता के संदेश भेज और प्राप्त कर पाएंगे।