




भारतीय बैडमिंटन की नई पहचान बन चुकी सत्विकसैराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी डेनमार्क ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में मंगलवार से अपने अभियान की शुरुआत करेगी। इस टूर्नामेंट में कुल $950,000 की इनामी राशि है और यह BWF वर्ल्ड टूर का अहम पड़ाव माना जाता है।
सत्विक-चिराग की जोड़ी इस सीज़न में अब तक खिताब जीतने में सफल नहीं रही है, लेकिन उनका प्रदर्शन लगातार प्रभावशाली रहा है — और अब उनकी निगाहें सीज़न के पहले खिताब पर टिकी हैं।
छठी वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी का पहला मुकाबला स्कॉटलैंड के क्रिस्टोफर ग्रिमली और मैथ्यू ग्रिमली से होगा। स्कॉटिश जोड़ी भले ही रैंकिंग में पीछे है, लेकिन किसी भी शुरुआती मुकाबले में लापरवाही भारी पड़ सकती है।
सत्विक और चिराग के लिए यह अवसर है कि वे पहले ही मुकाबले से लय बनाएं और आत्मविश्वास के साथ टूर्नामेंट में आगे बढ़ें।
सत्विक-चिराग फिलहाल भारत की सबसे भरोसेमंद और सफल डबल्स जोड़ी हैं। हाल ही में एशियन गेम्स 2023 में गोल्ड मेडल जीतने के बाद से उनका आत्मविश्वास और प्रदर्शन दोनों ही ऊँचाई पर हैं।
इस टूर्नामेंट में वे अकेले नहीं होंगे। भारत की ओर से पी.वी. सिंधु, लक्ष्या सेन, एच.एस. प्रणय और अन्य खिलाड़ी भी भाग लेंगे, लेकिन डबल्स कैटेगरी में सभी की निगाहें सत्विक-चिराग पर टिकी रहेंगी।
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इस सीज़न में सत्विक-चिराग ने कई बार सेमीफाइनल और फाइनल तक का सफर तय किया है, लेकिन खिताब जीतने से चूके हैं।
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उनका आक्रामक खेल, दमदार स्मैश और नेट पर तालमेल उन्हें दुनिया की शीर्ष जोड़ियों में शामिल करता है।
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जापान, इंडोनेशिया और चीन की प्रमुख जोड़ियों के खिलाफ भी उन्होंने मजबूत मुकाबले दिए हैं।
अब उन्हें चाहिए सिर्फ निरंतरता और निर्णायक पलों में ठहराव।
डेनमार्क ओपन की तेज कोर्ट कंडीशन और यूरोपीय मौसम सत्विक-चिराग की तेज़ गति वाली शैली के अनुकूल माने जाते हैं।
उनकी ताकतें हैं:
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चिराग की नेट पर पकड़ और रणनीतिक सर्व
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सत्विक की ताकतवर बैककोर्ट स्मैश
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और सबसे जरूरी — उनके बीच की आपसी समझ और विश्वास
यदि वे अपने विरोधियों पर शुरुआत से दबाव बना पाते हैं, तो खिताब दूर नहीं।
डेनमार्क ओपन Super 750 है — यानी यह कोई साधारण टूर्नामेंट नहीं है। दुनिया की शीर्ष जोड़ियाँ जैसे इंडोनेशिया की फजर-अल्फियान, जापान की होकोबो-कोबायाशी और मलेशिया की ऐरोन-शोह वतन यहाँ खेलेंगी।
हर मैच टैक्टिकल जंग होगी। अनुभव, धैर्य और मानसिक मजबूती निर्णायक होगी।
अगर भारतीय जोड़ी शुरुआती मुकाबले जीत जाती है, तो:
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क्वार्टरफाइनल में हो सकता है जापान या चीन की जोड़ी से टक्कर
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सेमीफाइनल में इंडोनेशिया की टॉप सीड्स से भिड़ंत संभव
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फाइनल में संभावित रूप से मलेशिया या कोरिया की जोड़ी का सामना
हर चरण चुनौतीपूर्ण है, लेकिन चिराग-सत्विक ने पहले भी इन खिलाड़ियों को मात दी है।
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एक Super 750 खिताब भारत के बैडमिंटन इतिहास में बड़ी उपलब्धि होगी
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सत्विक-चिराग की विश्व रैंकिंग में सुधार संभव
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ओलंपिक 2028 की तैयारी के नजरिए से यह जीत आत्मविश्वास बढ़ा सकती है
टीम इंडिया के कोच मैथ्यू जॉर्डन ने कहा है, “सत्विक-चिराग इस समय मानसिक और शारीरिक रूप से अच्छे फॉर्म में हैं। अगर वे अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं, तो वे इस खिताब को जीत सकते हैं।”
फैंस भी सोशल मीडिया पर जोड़ी के समर्थन में हैं और उनसे उम्मीदें लगाए बैठे हैं कि यह टूर्नामेंट उनकी ट्रॉफी कैबिनेट में एक और चमकदार जोड़ी जोड़ देगा।
सत्विकसैराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी डेनमार्क ओपन 2025 में न सिर्फ भारतीय उम्मीदों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, बल्कि यह दिखाने को भी तैयार हैं कि वे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ जोड़ियों में से एक क्यों हैं।