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राज्य सरकार ने अपने शैक्षणिक और कौशल विकास पहल के तहत पेशेवर छात्रों के लिए पांच दिवसीय विशेष कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उन छात्रों को लक्षित करता है जो तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और रोजगारोन्मुखी कौशल में सुधार करना चाहते हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को आधुनिक उद्योग की मांगों के अनुसार कौशल से लैस करना है, ताकि वे न केवल अपनी शिक्षा पूरी करें बल्कि व्यावसायिक दुनिया में प्रतिस्पर्धा कर सकें। प्रशिक्षण में छात्रों को सॉफ्ट स्किल्स, तकनीकी कौशल, प्रोजेक्ट प्रबंधन, टीमवर्क और उद्योग-विशिष्ट तकनीकी शिक्षा पर ध्यान दिया जाएगा।
राज्य के शिक्षा विभाग ने बताया कि इस पहल के माध्यम से छात्रों को व्यवहारिक अनुभव और प्रशिक्षण के साथ-साथ उद्योग की आवश्यकताओं की समझ भी मिलेगी। कार्यक्रम में इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और प्रशिक्षक छात्रों को नवीनतम तकनीकी रुझानों, उपकरणों और व्यावसायिक दृष्टिकोण के बारे में जानकारी देंगे।
शिक्षा मंत्री ने उद्घाटन समारोह में कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य सरकार की शिक्षा और कौशल विकास नीतियों का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि राज्य का लक्ष्य है कि सभी पेशेवर छात्रों को रोजगार और उद्यमशीलता के लिए तैयार करना और उन्हें ऐसे कौशल प्रदान करना जो उनके करियर को लंबी अवधि तक स्थायित्व और सफलता प्रदान कर सकें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम पांच दिनों तक चलेगा, जिसमें प्रत्येक दिन का सत्र सैद्धांतिक शिक्षा, व्यावहारिक कार्यशालाओं और केस स्टडीज पर आधारित होगा। छात्रों को विशेष रूप से समस्या समाधान, संचार कौशल, डिजिटल दक्षता और पेशेवर नेटवर्किंग में प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे उन्हें न केवल नौकरी के अवसरों में वृद्धि मिलेगी बल्कि उद्यमिता और स्टार्टअप्स के क्षेत्र में भी कदम रखने का आत्मविश्वास मिलेगा।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों ने कहा कि यह पहल उन्हें अपनी तकनीकी और पेशेवर क्षमताओं को विकसित करने का अवसर देती है। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण से वे उद्योग की आवश्यकताओं और आधुनिक कार्यस्थल की उम्मीदों को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे।
शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार लगातार कौशल विकास और रोजगार-उन्मुख शिक्षा को बढ़ावा दे रही है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल छात्रों को नई तकनीकी जानकारी देना नहीं है, बल्कि उन्हें समग्र दृष्टिकोण और पेशेवर आदतें विकसित करने में मदद करना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्रों के व्यावसायिक और व्यक्तिगत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इससे न केवल उनकी नौकरी पाने की संभावनाएं बढ़ती हैं, बल्कि उन्हें नई सोच, नवाचार और उद्यमशीलता के दृष्टिकोण से भी सशक्त किया जाता है।
राज्य सरकार ने बताया कि इस पहल के तहत भविष्य में अधिक पेशेवर और तकनीकी छात्रों के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसका लक्ष्य है कि सभी छात्रों को समृद्ध और कुशल पेशेवर बनने के लिए पर्याप्त संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान किया जाए।
इस कार्यक्रम से छात्रों को शिक्षा और उद्योग के बीच पुल बनाने का अवसर मिलेगा। उन्हें यह समझने का मौका मिलेगा कि कैसे उनके शिक्षा के दौरान प्राप्त कौशल का व्यावसायिक दुनिया में उपयोग किया जा सकता है। प्रशिक्षण के अंत में, छात्रों को प्रमाण पत्र और उद्योग मान्यता भी प्रदान की जाएगी, जो उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
अंततः, राज्य सरकार की यह पहल यह संदेश देती है कि कौशल विकास और रोजगारोन्मुखी शिक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। यह कार्यक्रम पेशेवर छात्रों के लिए उनके करियर में एक नया मार्ग खोलने वाला और उन्हें उद्योग के लिए तैयार करने वाला महत्वपूर्ण कदम है।








