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पंजाबी सिंगर गैरी संधू एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गए हैं। इस बार मामला धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है। दरअसल, गैरी संधू ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसमें वे प्रसिद्ध भक्ति गीत ‘चलो बुलावा आया है, मातारानी ने बुलाया है’ को बदलकर ‘चलो बुलावा आया है, ट्रंप ने बुलाया है’ गाते नजर आए। यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ और देखते ही देखते विवाद का रूप ले लिया।
वीडियो में गैरी संधू को मुस्कुराते हुए और मजाकिया अंदाज में यह गीत गाते देखा जा सकता है। लेकिन सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इसे मातारानी का अपमान बताया और सिंगर से माफी की मांग की। खास बात यह है कि यह गीत वर्षों से नवरात्रि और देवी जागरण जैसे धार्मिक आयोजनों में गाया जाता है, इसलिए इसे किसी राजनीतिक व्यक्ति से जोड़ना लोगों को बेहद आपत्तिजनक लगा।
शिवसेना पंजाब ने जताई नाराजगी
विवाद बढ़ने के बाद शिवसेना पंजाब के प्रमुख भानु प्रताप शर्मा ने गैरी संधू के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ हिंदू धर्म बल्कि पूरे भारतीय समाज की भावनाओं पर चोट है। शर्मा ने कहा, “गैरी संधू ने एक पवित्र देवी भजन को राजनीतिक रूप देकर मातारानी का अपमान किया है। ऐसे कलाकारों को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। अगर उन्होंने जल्द माफी नहीं मांगी तो हम सड़कों पर उतरेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि गैरी संधू जैसे सेलिब्रिटीज का यह कर्तव्य है कि वे सोशल मीडिया पर कुछ भी बोलने से पहले यह सोचें कि उनके शब्द करोड़ों लोगों को प्रभावित करते हैं।
सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया
वीडियो वायरल होते ही ट्विटर (X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #BoycottGarySandhu ट्रेंड करने लगा। कई यूजर्स ने सिंगर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, जबकि कुछ ने इसे “मजाक में कही गई बात” बताकर सिंगर का बचाव किया।
एक यूजर ने लिखा, “देवी गीतों को मजाक बनाने का अधिकार किसी को नहीं है। भक्ति गीत हमारे आस्था का प्रतीक हैं।”
वहीं, कुछ लोगों ने गैरी संधू को नसीहत दी कि कलाकारों को अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल समाज को जोड़ने के लिए करना चाहिए, न कि भावनाएं भड़काने के लिए।
गैरी संधू की चुप्पी बनी सवाल
इस पूरे विवाद पर अब तक गैरी संधू की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, उनके करीबी सूत्रों के मुताबिक, सिंगर का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि यह एक हल्का-फुल्का मजाक था। मगर धार्मिक मुद्दों पर मजाक भारत जैसे आस्थावान देश में अक्सर बड़े विवाद में बदल जाते हैं, और यहां भी ऐसा ही हुआ।
गैरी संधू अपने करियर में कई हिट गाने दे चुके हैं जैसे ‘Illegal Weapon’, ‘Yeah Baby’, और ‘Do Gallan Kardiyan’। उनका बड़ा फैन बेस भारत के अलावा कनाडा, यूके और अमेरिका में भी है। लेकिन इस बार उनके प्रशंसकों में भी नाराजगी देखी जा रही है।
धार्मिक भावनाओं से जुड़ी संवेदनशीलता पर बहस
इस विवाद ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या कलाकारों को धार्मिक विषयों पर हास्य या व्यंग्य करने की स्वतंत्रता है? अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और धार्मिक सम्मान के बीच की यह बहस नई नहीं है। लेकिन सोशल मीडिया के दौर में कोई भी टिप्पणी या वीडियो कुछ ही मिनटों में देशभर में फैल जाता है, जिससे विवादों की आग तेजी से भड़क उठती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि कलाकारों को रचनात्मक स्वतंत्रता जरूर होनी चाहिए, लेकिन इसके साथ सामाजिक और धार्मिक जिम्मेदारी भी उतनी ही जरूरी है।
गैरी संधू का ‘ट्रंप वाला भजन’ मजाक भले ही उनके लिए हल्का-फुल्का रहा हो, लेकिन इसके गंभीर परिणाम सामने आ रहे हैं। धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करना जनता को रास नहीं आया। अब देखना होगा कि सिंगर इस विवाद पर क्या सफाई देते हैं और क्या वे माफी मांगते हैं या नहीं। फिलहाल, सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ नाराजगी का माहौल कायम है, और शिवसेना ने भी चेतावनी दे दी है कि अगर जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया तो मामला सड़कों तक पहुंच सकता है।








