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2 नवंबर 2025 की रात भारतीय क्रिकेट इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई। नवी मुंबई के DY पाटिल स्टेडियम में भारत की महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर अपना पहला ICC Women’s World Cup जीत लिया। इस जीत के साथ देशभर में जश्न का माहौल था। खिलाड़ियों के चेहरों पर खुशी और गर्व झलक रहा था, वहीं एक ऐसा पल आया जिसने पूरे देश का दिल जीत लिया।
फाइनल जीत के बाद जब कप्तान हरमनप्रीत कौर ट्रॉफी लेने के लिए मंच पर पहुंचीं, तो उन्होंने बेहद भारतीय परंपरा निभाते हुए आईसीसी चेयरमैन जय शाह के पैर छूने के लिए झुकना चाहा। लेकिन जय शाह ने तुरंत उन्हें रोक दिया और हाथ जोड़कर सम्मानपूर्वक कहा — “आपने देश का मान बढ़ाया है, आशीर्वाद आपको नहीं बल्कि पूरे भारत को आपसे मिलना चाहिए।” यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा।
हरमनप्रीत कौर का यह व्यवहार और जय शाह का प्रत्युत्तर दोनों ही भारतीय संस्कार और खेलभावना की झलक थे। भारतीय क्रिकेट में इस तरह का दृश्य बहुत कम देखने को मिलता है, जहां एक खिलाड़ी और एक प्रशासक के बीच इतना आदर और विनम्रता का संवाद नजर आए। जब जय शाह ने हरमनप्रीत को पैर छूने से रोका, तो उन्होंने तुरंत उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद का भाव व्यक्त किया। वहां मौजूद दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से इस पल का स्वागत किया। यह सिर्फ एक क्षण नहीं था, बल्कि एक भावनात्मक प्रतीक था — जो बताता है कि क्रिकेट केवल खेल नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और मूल्य का दर्पण भी है।
यह पल सोशल मीडिया पर छा गया। ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #HarmanpreetKaur और #JayShah ट्रेंड करने लगे। हजारों यूज़र्स ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा —
“यह है असली भारतीय संस्कृति – जीत में भी विनम्रता और सम्मान।”
कई दिग्गजों ने भी इस पल की प्रशंसा की।
पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने लिखा — “हरमनप्रीत की विनम्रता और जय शाह का जवाब, दोनों ही क्रिकेट के लिए प्रेरणा हैं।”
वहीं, अभिनेत्री दीया मिर्ज़ा ने ट्वीट किया — “यह दृश्य देखकर गर्व महसूस हुआ। यही है भारत की असली पहचान।”
भारत की इस ऐतिहासिक जीत के दौरान हर खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया। शफाली वर्मा की 87 रनों की पारी, दीप्ति शर्मा की 5 विकेट की झड़ी और कप्तान हरमनप्रीत कौर की रणनीतिक समझ ने भारत को महिला क्रिकेट का विश्व चैंपियन बना दिया।
लेकिन जब ट्रॉफी जीतने के बाद जय शाह ने हरमनप्रीत से कहा —
“अब पूरी दुनिया देख रही है कि भारतीय महिलाएँ क्या कर सकती हैं।”
तो स्टेडियम में मौजूद दर्शक और खिलाड़ी भावुक हो उठे।
इस पल ने हर भारतीय को गर्व महसूस कराया कि देश की बेटियाँ अब क्रिकेट के शिखर पर हैं।
भारतीय क्रिकेट में कई ऐतिहासिक पल आए, लेकिन यह दृश्य सबसे अलग था। यह खेल से कहीं बढ़कर एक संदेश था — सम्मान, विनम्रता और संस्कृति का।
हरमनप्रीत का झुकना और जय शाह का रोकना, दोनों ने मिलकर दिखाया कि भारत की जड़ें अभी भी संस्कारों से सिंचित हैं। देशभर में इस वीडियो को लाखों बार देखा जा चुका है और इसे “क्रिकेट का सबसे सुंदर पल” कहा जा रहा है।
महिला क्रिकेट टीम की जीत जितनी ऐतिहासिक थी, उतना ही भावुक पल रहा कप्तान हरमनप्रीत कौर और जय शाह का यह दृश्य। यह बताता है कि भारतीय क्रिकेट सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं, बल्कि यह संस्कारों, भावनाओं और परंपराओं का संगम है।
हरमनप्रीत ने जहां जीत के साथ देश का मान बढ़ाया, वहीं जय शाह ने अपने gesture से यह साबित किया कि सच्चा सम्मान वह है, जो विनम्रता में झलके।








