इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं।

महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के दो प्रमुख शहरों — नासिक और अमरावती — के लिए एक बड़ी विकासात्मक घोषणा की है। दोनों शहरों में जल्द ही इनोवेशन, इन्क्यूबेशन और ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य युवाओं को नई तकनीक, उद्यमिता और कौशल विकास के अवसर उपलब्ध कराना है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह पहल राज्य के “युवा सशक्तिकरण और नवाचार मिशन” का हिस्सा है। इस योजना के तहत इन केंद्रों को आधुनिक तकनीकी संसाधनों, रिसर्च सुविधाओं और स्टार्टअप समर्थन प्लेटफॉर्म से लैस किया जाएगा।
नासिक में बनने वाला इनोवेशन हब मुख्य रूप से एग्री-टेक, फूड प्रोसेसिंग और ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी पर केंद्रित होगा, जबकि अमरावती का केंद्र ग्रीन एनर्जी, रिन्यूएबल टेक्नोलॉजी और स्किल ट्रेनिंग के क्षेत्र में युवाओं को प्रशिक्षित करेगा।
सरकार का कहना है कि इन केंद्रों का निर्माण अगले 18 महीनों में पूरा किया जाएगा। इसके लिए राज्य बजट से 120 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जबकि अतिरिक्त सहयोग केंद्र और निजी निवेशकों के माध्यम से जुटाया जाएगा।
उद्योग मंत्री सुबोध देशाई ने बताया,
“नासिक और अमरावती जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों में यह पहल युवाओं के लिए गेमचेंजर साबित होगी। यहां से निकलने वाले स्टार्टअप्स न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे, बल्कि भारत के नवाचार मानचित्र पर महाराष्ट्र की स्थिति और मजबूत करेंगे।”
विशेषज्ञों के अनुसार, नासिक और अमरावती में पहले से ही बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग कॉलेज और टेक्निकल संस्थान हैं, लेकिन अब इनोवेशन और इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना से छात्रों को रियल-टाइम रिसर्च और प्रोजेक्ट डेवलपमेंट का अनुभव मिलेगा।
नासिक के युवा उद्यमी तनमय पाटिल ने कहा,
“कई युवा स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें मेंटरशिप और शुरुआती संसाधनों की कमी रहती है। इस केंद्र से हमें वह प्लेटफॉर्म मिलेगा, जिससे हम अपनी आइडिया को बिजनेस मॉडल में बदल सकेंगे।”
सरकार की योजना है कि इन केंद्रों में न केवल तकनीकी प्रशिक्षण बल्कि फाइनेंशियल लिटरेसी, डिजिटल मार्केटिंग और उद्यमिता प्रबंधन पर भी विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के साथ साझेदारी कर छात्रों को इंटर्नशिप और लाइव प्रोजेक्ट्स का अवसर दिया जाएगा।
अमरावती में बनने वाले केंद्र का फोकस ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर रहेगा। यहां सोलर एनर्जी, ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) और वेस्ट-मैनेजमेंट से जुड़े नवाचारों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। स्थानीय उद्योगपतियों का मानना है कि इससे क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
अमरावती के सांसद ने इस घोषणा पर कहा,
“यह सिर्फ एक प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि एक मिशन है जो ग्रामीण युवाओं को शहरों के बराबर अवसर दिलाएगा। हमें उम्मीद है कि इससे बेरोजगारी में भी कमी आएगी।”
इन केंद्रों का संचालन महाराष्ट्र राज्य नवाचार परिषद (MSIC) और तकनीकी शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा। योजना है कि आने वाले समय में इनोवेशन हब को राज्य के अन्य शहरों — नागपुर, औरंगाबाद, पुणे और सोलापुर — तक भी विस्तार दिया जाए।
विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम प्रधानमंत्री के “स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया” अभियानों के अनुरूप है। इससे न केवल तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा बल्कि महाराष्ट्र को भारत के इनोवेशन कैपिटल के रूप में स्थापित करने में भी मदद मिलेगी।
स्थानीय व्यापारिक समुदाय ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। नासिक चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रमेश चौधरी ने कहा,
“नासिक पहले से ही औद्योगिक हब है। अगर यहां इनोवेशन सेंटर स्थापित होता है, तो यह उद्योगों और शिक्षा जगत के बीच पुल का काम करेगा।”
कुल मिलाकर, नासिक और अमरावती में इनोवेशन, इन्क्यूबेशन और ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना न केवल युवाओं को रोजगार के नए अवसर देगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाएगी। यह पहल इस बात का प्रतीक है कि महाराष्ट्र सरकार अब विकास की दिशा में “रोजगार सृजन से नवाचार तक” का सफर तय करने को तैयार है।








