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बिहार सरकार ने मंगलवार, 16 दिसंबर 2025 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में राज्य के लिए महत्वाकांक्षी “सात निश्चय‑3” कार्यक्रम को मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए हमने आगामी पांच वर्षों, 2025-2030, के लिए सात निश्चय‑3 कार्यक्रम लागू करने का निर्णय लिया है।”
यह योजना बिहार को भारत के विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सात निश्चय‑3 कार्यक्रम में रोजगार, शिक्षा, कृषि, उद्योग, स्वास्थ्य और नागरिकों की जीवन गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण पहलें शामिल हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सात निश्चय‑3 योजना बिहार के सामाजिक और आर्थिक विकास का आधार होगी। इसमें कुल सात प्रमुख ‘निश्चय’ शामिल हैं, जो राज्य के हर क्षेत्र को समग्र विकास की ओर ले जाएंगे।
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दोगुना रोजगार और दोगुनी आय
इस पहल का मुख्य लक्ष्य राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाकर आम नागरिकों की आय को दोगुना करना है। युवाओं और महिलाओं के लिए स्वरोजगार, कौशल विकास और सरकारी रोजगार योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा। इसके तहत विशेष प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना और वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। -
समृद्ध उद्योग और सशक्त बिहार
राज्य को निवेश‑अनुकूल बनाने और उद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। नवाचार को प्रोत्साहित किया जाएगा और निवेशकों के लिए विशेष सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके माध्यम से बिहार में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। -
कृषि में प्रगति और समृद्धि
कृषि राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। सात निश्चय‑3 के तहत किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक, बेहतर सिंचाई और कृषि उत्पादों के प्रोसेसिंग व विपणन में मदद दी जाएगी। डेयरी और मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों में सुधार करके किसान की आय बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। -
उज्ज्वल भविष्य के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के लिए ‘Education City’ और विशेष केंद्रों की स्थापना की जाएगी। यह पहल राज्य के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगी और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करेगी। -
सुलभ स्वास्थ्य और सुरक्षित जीवन
स्वास्थ्य सेवाओं को सभी के लिए सुलभ और उच्च गुणवत्ता वाला बनाया जाएगा। ब्लॉक और जिला स्तर के अस्पतालों को सुपर‑स्पेशलिटी केंद्र में बदलने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। चिकित्सकों को ग्रामीण इलाकों में कार्य करने के लिए प्रोत्साहन भी दिया जाएगा। -
मजबूत आधार और आधुनिक विस्तार
शहरी और ग्रामीण विकास के लिए आधारभूत संरचना, सड़क और परिवहन प्रणाली में सुधार किया जाएगा। साथ ही, स्वच्छ ऊर्जा और सौर ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा। यह पहल राज्य को आधुनिक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगी। -
जीवन सरल और सम्मानजनक बनाएँ
नागरिकों की जीवन गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शासन प्रक्रियाओं को सरल और डिजिटल बनाया जाएगा। सरकारी सेवाओं तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने के साथ-साथ नागरिकों को सम्मानजनक जीवन देने पर भी जोर दिया जाएगा।
विश्लेषकों के अनुसार, सात निश्चय‑3 योजना बिहार की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करती है। यह युवाओं, किसानों, महिलाओं और निवेशकों के लिए नए अवसर उत्पन्न करेगी। योजना के प्रभाव से राज्य की औसत आय, शिक्षा स्तर और स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा।
सरकार का दावा है कि इस योजना के सफल कार्यान्वयन से बिहार अगले पांच वर्षों में सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत राज्य बन जाएगा। निवेश, उद्योग और कौशल विकास को बढ़ावा देने से राज्य की छवि भी विकसित राज्यों की श्रेणी में दर्ज होगी।
सात निश्चय‑3 योजना बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी पहल है, जो राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में सुधार और विकास सुनिश्चित करेगी। यदि इसे सही तरीके से लागू किया गया, तो यह बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
यह कार्यक्रम न केवल राज्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार करेगा, बल्कि बिहार के युवाओं, किसानों और उद्योगपतियों के लिए नए अवसर भी खोलेगा। सात निश्चय‑3 योजना बिहार के दीर्घकालिक विकास और नागरिक कल्याण का एक मजबूत मार्गदर्शन साबित होगी।








