




संवादाता | राजेश चौधरी | जिला सहकारिता विकास समिति की बैठक मंगलवार को जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में जिले में नई ग्राम सेवा सहकारी समितियों के गठन, भूमि विहीन समितियों को भूमि उपलब्ध कराने और आगे की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गई।
शिविरों में नई समितियों का गठन
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि 17 सितंबर से ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित कर नवीन सहकारी समितियों का गठन किया जाए। उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां अमीलाल सहारण ने जानकारी दी कि जिले की 21 ग्राम पंचायतों में नई समितियां बनाई जानी हैं, जिनमें से 7 का सर्वे पूरा कर रिपोर्ट मिल चुकी है।
भूमि आवंटन और पैक्स कम्प्यूटरीकरण पर जोर
इन शिविरों में भूमि विहीन समितियों के लिए भूमि का चिन्हांकन और आवंटन भी किया जाएगा। बैठक में पैक्स कम्प्यूटरीकरण की प्रगति पर भी चर्चा की गई, जिस पर कलेक्टर ने कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
पराली प्रबंधन पर निर्देश
बैठक के दौरान पराली प्रबंधन का मुद्दा भी उठा। कलेक्टर ने कहा कि बेलर मशीनें कस्टम हायरिंग सेंटर के लिए महत्वपूर्ण साधन हैं, जिनसे प्रदूषण पर नियंत्रण के साथ-साथ पराली का समय पर निस्तारण भी संभव होगा।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर जिला परिषद सीईओ ओपी बिश्नोई, नाबार्ड के डी.डी.एम. दयानन्द, कृषि संयुक्त निदेशक डॉ. प्रमोद यादव, सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक नरेश शुक्ला, डेयरी प्रतिनिधि और सहकारिता विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।