




तीन हफ्तों के लंबे इंतजार के बाद माता वैष्णो देवी की यात्रा फिर से शुरू हो गई है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सुरक्षा इंतजाम और सुविधाओं की समीक्षा करने के बाद श्रद्धालुओं के लिए दरबार को खोलने की अनुमति दी। इसके साथ ही कटरा से लेकर भवन तक के रास्तों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है।
सूत्रों के मुताबिक, यात्रा को अस्थायी रूप से रोका गया था क्योंकि लगातार भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए थे। इसके अलावा, सुरक्षा एजेंसियों ने भी यात्रा मार्ग की समीक्षा की थी ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
तीन हफ्तों के दौरान यात्रा स्थगित रहने से लाखों श्रद्धालु निराश हुए थे, लेकिन अब इसके फिर से शुरू होने से श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है।
कटरा बेस कैंप से ही हजारों श्रद्धालु यात्रा शुरू कर चुके हैं। सुबह से ही टिकट काउंटर और हेलीकॉप्टर सेवा के लिए लंबी कतारें देखी गईं।
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दिल्ली से आए एक श्रद्धालु ने कहा – “हम तीन हफ्तों से इंतजार कर रहे थे। आज मां के दर्शन का अवसर मिला तो हमारी आस्था पूरी हुई।”
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पंजाब से आई एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि उन्होंने अपनी फैमिली के साथ यात्रा की और यह पल उनके लिए बेहद खास रहा।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था और अन्य सुविधाओं को मजबूत किया है।
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CRPF और पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई गई है।
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CCTV कैमरे लगाए गए हैं ताकि भीड़ पर नजर रखी जा सके।
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भवन क्षेत्र में सफाई और रोशनी की विशेष व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा, आपदा प्रबंधन दल को भी चौकस रखा गया है ताकि बारिश या किसी भी प्राकृतिक चुनौती का सामना किया जा सके।
इस बार यात्रा शुरू होने के साथ ही ऑनलाइन टिकट बुकिंग और हेलीकॉप्टर सेवा में भी सुधार किया गया है। श्रद्धालु अब मोबाइल एप के जरिए भी बुकिंग कर सकते हैं।
तीन हफ्तों की रुकावट से कटरा और आसपास के इलाकों में व्यापारियों और होटल व्यवसायियों को बड़ा नुकसान हुआ था। अब यात्रा शुरू होने के बाद होटल, धर्मशाला, रेस्टोरेंट और दुकानों में फिर से रौनक लौट आई है।
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होटल मालिकों के अनुसार, बुकिंग फिर से तेजी से बढ़ रही है।
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टैक्सी और बस ऑपरेटरों को भी फायदा हो रहा है।
श्राइन बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी मार्गों की मरम्मत और जांच पूरी होने के बाद ही यात्रा फिर शुरू की गई है।
“हमारा उद्देश्य है कि हर श्रद्धालु सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से मां वैष्णो देवी के दर्शन कर सके।” – श्राइन बोर्ड अधिकारी।
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अनुमान है कि यात्रा शुरू होने के पहले दिन ही 40,000 से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे।
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अगले हफ्तों में यह संख्या और तेजी से बढ़ सकती है क्योंकि नवरात्रि का पर्व भी नजदीक है।
तीन हफ्तों की बाधा के बाद वैष्णो देवी यात्रा के फिर से शुरू होने से श्रद्धालुओं और स्थानीय कारोबारियों दोनों में खुशी की लहर है। यह न सिर्फ आस्था का प्रतीक है बल्कि जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देने का एक बड़ा जरिया है।
श्रद्धालुओं का उत्साह यह दिखाता है कि कठिनाइयों के बावजूद वैष्णो देवी यात्रा भारतीय आस्था और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बनी हुई है।