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देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर भारत को 2047 तक यानी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने तक विश्वगुरु बनाना है, तो इसके लिए नरेंद्र मोदी को लंबे समय तक देश का नेतृत्व करना चाहिए।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में आर्थिक सुधारों, विकास योजनाओं और वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका पर चर्चा जोरों पर है।
मुकेश अंबानी ने एक आर्थिक सम्मेलन में बोलते हुए कहा –
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले एक दशक में भारत को नई दिशा दी है। उनकी नीतियों ने न केवल अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है बल्कि देश को वैश्विक मंच पर नई पहचान भी दिलाई है। मेरा मानना है कि यदि 2047 तक मोदी जी देश का नेतृत्व करते रहे तो भारत निश्चित ही विश्वगुरु बनेगा।”
अंबानी ने अपने भाषण में मोदी सरकार की कई उपलब्धियों का भी जिक्र किया, जिनमें प्रमुख हैं –
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डिजिटल इंडिया अभियान – जिससे गांव-गांव तक इंटरनेट और डिजिटल सेवाएं पहुँचीं।
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मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत – जिसने विनिर्माण और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दिया।
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ऊर्जा और हरित प्रौद्योगिकी – भारत को नवीकरणीय ऊर्जा में वैश्विक अग्रणी बनाने की दिशा।
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विदेश नीति और वैश्विक पहचान – भारत की आवाज़ आज दुनिया भर में सुनी जा रही है।
 
अंबानी का कहना था कि इन पहलों ने भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है और जनता को सीधा लाभ मिला है।
हालांकि अंबानी ने सीधे तौर पर विपक्ष का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने इशारों में कहा कि –
“जो काम 60 साल में नहीं हो पाया, मोदी सरकार ने 10 साल में कर दिखाया। यह बताता है कि मजबूत नेतृत्व से ही बड़ा बदलाव संभव है।”
यह बयान साफ तौर पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर निशाना माना जा रहा है।
अंबानी ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना तभी पूरा होगा जब देश में राजनीतिक स्थिरता और मजबूत नेतृत्व कायम रहेगा। उन्होंने कहा कि मोदी का विज़न केवल 5 साल का नहीं, बल्कि लंबी अवधि का रोडमैप है।
“हमारे युवाओं के लिए रोजगार, स्टार्टअप्स के लिए अवसर और किसानों के लिए तकनीकी समाधान—यह सब तभी संभव है जब सरकार निरंतरता के साथ काम करती रहे।”
अंबानी के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। भाजपा नेताओं ने इसे पीएम मोदी की लोकप्रियता और नीतियों का समर्थन बताया। वहीं, विपक्षी दलों का कहना है कि उद्योगपति मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर बयान दे रहे हैं, लेकिन लोकतंत्र में सत्ता का निर्णय जनता करती है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा –
“भारत की जनता 2047 तक किसे नेता चुनना चाहती है, यह चुनावों से तय होगा, किसी उद्योगपति के बयान से नहीं।”
मुकेश अंबानी का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता को लेकर उद्योग जगत की सोच को दर्शाता है। जहाँ भाजपा इसे अपने लिए सकारात्मक संदेश मान रही है, वहीं विपक्ष इसे लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय बता रहा है।
फिर भी, इतना तय है कि अंबानी का यह बयान आने वाले दिनों में राजनीतिक बहस का हिस्सा बनेगा और 2047 तक भारत को विश्वगुरु बनाने के सपने के साथ जोड़ा जाएगा।

		
		
		
		
		
		
		
		
		





