




मुंबई के दादर क्षेत्र में स्थित शिवाजी पार्क में आज सुबह एक विवादास्पद घटना घटी। अज्ञात व्यक्तियों ने मीनाताई ठाकरे की मूर्ति पर लाल रंग फेंक दिया। मीनाताई ठाकरे, शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की धर्मपत्नी के रूप में प्रतिष्ठित हैं और उनके योगदान को महाराष्ट्र की राजनीति और समाज में सम्मानित किया जाता है।
इस घटना ने स्थानीय निवासियों और राजनीतिक दलों में हड़कंप मचा दिया है। मौके पर पहुंचे नागरिकों और समर्थकों ने घटना की कड़ी निंदा की।
घटना का विवरण
सुबह लगभग 6:30 बजे, स्थानीय नागरिकों ने देखा कि मीनाताई ठाकरे की मूर्ति पर लाल रंग फेंका गया है। इस सूचना के बाद शिवसेना (UBT) के कार्यकर्ता तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मूर्ति को साफ किया और श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुँचकर क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ाई और घटना की जांच शुरू की। शुरुआती जांच में पता चला कि इस कृत्य को अज्ञात व्यक्ति ने अंजाम दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्धों की पहचान करने के लिए जांच तेज कर दी है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
घटना के बाद उद्धव ठाकरे ने शिवाजी पार्क का दौरा किया और इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की। उन्होंने इसे महाराष्ट्र में अशांति फैलाने की कोशिश करार दिया। उद्धव ठाकरे ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की और कहा कि यह कृत्य मराठी अस्मिता और राज्य की संस्कृति पर हमला है।
इसी बीच, राज ठाकरे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख, भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह घटना महाराष्ट्र के लोगों की भावनाओं और मराठी गौरव के खिलाफ है। राज ठाकरे ने दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की कार्रवाई
मुंबई पुलिस ने कहा कि उन्होंने घटना के गंभीर पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच तेज कर दी है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि संदिग्धों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की मदद ली जा रही है। दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी और आवश्यकतानुसार सुरक्षा बढ़ाई जाएगी।
पुलिस का कहना है कि वे न केवल दोषियों की पहचान करेंगे बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न हों।
सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
मीनाताई ठाकरे की मूर्ति सिर्फ शिवसेना समर्थकों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र के लिए सांस्कृतिक और ऐतिहासिक प्रतीक है। उनकी भूमिका और योगदान को सम्मानित करने के लिए यह मूर्ति स्थापित की गई थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएँ समाज में तनाव पैदा कर सकती हैं और समुदाय की भावनाओं को आहत कर सकती हैं। इसलिए दोषियों की पहचान और कड़ी कार्रवाई आवश्यक है।
दादर में मीनाताई ठाकरे की मूर्ति पर लाल रंग फेंकने की घटना ने राजनीतिक और सामाजिक हलचल पैदा कर दी है। उद्धव और राज ठाकरे की प्रतिक्रिया इस बात का संकेत है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।