




हाल ही में जॉर्जिया के सादाखलो बॉर्डर पर 56 भारतीय पर्यटकों के साथ अधिकारियों द्वारा कथित रूप से अमानवीय व्यवहार किए जाने का मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें यात्री ने ठंड में बिना भोजन और शौचालय के 5 घंटे तक इंतजार करने का आरोप लगाया है। इस घटना ने भारतीय नागरिकों के अधिकारों और विदेशों में उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
घटना का विवरण
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट के अनुसार, ये 56 भारतीय पर्यटक जॉर्जिया में प्रवेश करने के लिए सादाखलो बॉर्डर पार कर रहे थे। हालांकि उनके पास वैध ई-वीज़ा और सभी आवश्यक दस्तावेज़ थे, फिर भी उन्हें अधिकारियों ने रोक लिया। यात्री ने आरोप लगाया कि उन्हें 5 घंटे से अधिक समय तक ठंड में बिना भोजन और शौचालय के इंतजार करने के लिए मजबूर किया गया। इसके अलावा, उनके पासपोर्ट भी 2 घंटे से अधिक समय तक बिना किसी स्पष्ट कारण के जब्त कर लिए गए। यात्री ने यह भी कहा कि अधिकारियों ने उन्हें “मवेशियों की तरह फुटपाथ पर बैठने” के लिए मजबूर किया और उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग की, जबकि उन्हें खुद वीडियो बनाने से रोका गया।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिली है। कई यूज़र्स ने जॉर्जिया के अधिकारियों के व्यवहार की निंदा की है और इसे “शर्मनाक और अस्वीकार्य” बताया है। कुछ यूज़र्स ने यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है जब भारतीय नागरिकों के साथ इस तरह का व्यवहार किया गया है। एक यूज़र ने लिखा, “मुझे खेद है कि आपको ऐसा अनुभव हुआ। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब जॉर्जिया में ऐसा हुआ है। यह लंबे समय से हो रहा है।” वहीं, एक अन्य यूज़र ने सवाल उठाया, “जब जॉर्जिया में यह व्यवहार लगातार हो रहा है, तो भारतीय नागरिक वहां क्यों जाते हैं?”
भारतीय दूतावास की भूमिका
इस घटना के बाद भारतीय दूतावास ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की है। दूतावास ने जॉर्जिया के अधिकारियों से संपर्क किया है और घटना की जांच की मांग की है। इसके अलावा, दूतावास ने प्रभावित भारतीय नागरिकों से भी संपर्क किया है और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इस मामले को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है और उचित कार्रवाई की बात की है।
जॉर्जिया की पर्यटन नीति पर असर
यह घटना जॉर्जिया की पर्यटन नीति पर भी सवाल उठाती है। हाल ही में जॉर्जिया ने भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई कदम उठाए थे, जैसे कि वीज़ा प्रक्रिया को सरल बनाना और पर्यटन को बढ़ावा देना। लेकिन इस तरह की घटनाओं से जॉर्जिया की छवि पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से जॉर्जिया में भारतीय पर्यटकों की संख्या में कमी आ सकती है और दोनों देशों के बीच पर्यटन संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
जॉर्जिया के सादाखलो बॉर्डर पर भारतीय पर्यटकों के साथ हुई इस घटना ने विदेशों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। भारतीय दूतावास की त्वरित प्रतिक्रिया सराहनीय है, लेकिन इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए जॉर्जिया के अधिकारियों को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। साथ ही, भारतीय नागरिकों को विदेश यात्रा के दौरान अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए।