• Create News
  • Nominate Now

    स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती पर छात्रा से छेड़छाड़ का आरोप, छात्रवृत्ति का लालच देकर किया शोषण

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं।

    देश में संतों और आध्यात्मिक गुरुओं की छवि हमेशा समाज को मार्गदर्शन और सकारात्मक दिशा देने वाली रही है। लेकिन समय-समय पर कुछ ऐसे मामले सामने आते हैं जो इस छवि पर सवाल खड़े कर देते हैं। ऐसा ही एक गंभीर मामला हाल ही में सामने आया है, जिसमें प्रसिद्ध संत स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती पर मैनेजमेंट की छात्रा से छेड़छाड़ और शोषण का आरोप लगा है। छात्रा का कहना है कि स्वामी ने उसे ईडब्ल्यूएस स्कॉलरशिप दिलाने का झांसा दिया और इसी बहाने उसका शोषण किया।

    सूत्रों के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब पीड़िता ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के तहत मिलने वाली छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था। छात्रा का दावा है कि स्वामी चैतन्यनंद ने उससे मुलाकात की और मदद का भरोसा दिलाया। लेकिन इसी दौरान उन्होंने उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया। इस घटना के उजागर होते ही छात्रा और उसके परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

    मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह जानकारी सामने आई है कि स्वामी चैतन्यनंद का नाम पहले भी विवादों से जुड़ा रहा है। हालांकि, इस बार आरोप सीधे यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ से जुड़े हैं, जिससे मामला और संवेदनशील बन गया है।

    छात्रा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उसे उम्मीद थी कि स्कॉलरशिप की मदद से उसकी पढ़ाई आसान हो जाएगी। लेकिन जब उसने भरोसा किया तो उसका दुरुपयोग किया गया। छात्रा का कहना है कि यह केवल उसके साथ ही नहीं, बल्कि और भी छात्राओं के साथ हो सकता है। उसने अन्य पीड़ितों से भी सामने आने की अपील की है।

    इस मामले ने न केवल समाज को झकझोर कर रख दिया है बल्कि धार्मिक और आध्यात्मिक संस्थाओं की विश्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जब ऐसे संत या गुरु, जिन पर लोग आस्था रखते हैं, इस तरह के मामलों में फंसते हैं तो उनकी छवि धूमिल होती है और भक्तों का विश्वास टूटता है।

    पुलिस सूत्रों का कहना है कि अभी जांच प्रारंभिक चरण में है और पीड़िता के बयान दर्ज किए गए हैं। मेडिकल रिपोर्ट भी जांच का हिस्सा बनाई जा रही है। वहीं, स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती की ओर से इन आरोपों को सिरे से खारिज किया गया है। उनका कहना है कि यह सब एक साजिश है और उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।

    हालांकि, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कई गवाहों और कॉलेज प्रशासन से भी बयान लिए हैं। कॉलेज प्रशासन ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है। लेकिन छात्रों में आक्रोश साफ देखा जा सकता है। कई छात्र संगठनों ने कड़ा विरोध जताते हुए मांग की है कि आरोपी स्वामी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और सख्त कार्रवाई की जाए।

    यह मामला उस समय और भी संवेदनशील हो गया है जब देश में पहले से ही कई बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक गुरुओं पर यौन उत्पीड़न के मामले दर्ज हो चुके हैं। समाज में यह धारणा तेजी से बन रही है कि ऐसे मामलों में कानून को और कठोर होना चाहिए ताकि कोई भी अपनी धार्मिक छवि का गलत फायदा न उठा सके।

    सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर बहस तेज हो गई है। कई लोग पीड़िता के समर्थन में उतर आए हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि जब तक अदालत से सच्चाई सामने नहीं आती, तब तक किसी पर ठोस निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी।

    कुल मिलाकर, स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती पर लगा यह गंभीर आरोप न केवल उनकी व्यक्तिगत छवि बल्कि धार्मिक संस्थानों की विश्वसनीयता पर भी चोट पहुंचाता है। अब देखना होगा कि जांच आगे किस दिशा में जाती है और क्या सच सामने आता है। लेकिन इतना तय है कि इस मामले ने एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आस्था और विश्वास का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ा कानून और सख्त कार्रवाई जरूरी है।

    न्यूज़ शेयर करने के लिए क्लिक करें .
  • Advertisement Space

    Related Posts

    मुंबई समेत महाराष्ट्र में मॉनसून विदाई, अक्टूबर में फिर बढ़ सकती है गर्मी

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। मुंबई और पूरे महाराष्ट्र में इस बार का मॉनसून धीरे-धीरे विदा ले रहा है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के…

    Continue reading
    पारंपरिक स्नेह और सम्मान: ममता बनर्जी ने अमिताभ बच्चन को जन्मदिन पर दी शुभकामनाएं

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को उनके जन्मदिन पर सोशल मीडिया के माध्यम…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *