




राजेश चौधरी | कोटा | समाचार वाणी न्यूज़
राजस्थान के कोटा स्थित दशहरा मैदान में इस बार विजयादशमी महापर्व का आयोजन भव्य रूप से किया गया। पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल रहा और हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साक्षी बने।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अवसर पर प्रभु श्रीराम के दर्शन और पूजन कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और कल्याण की मंगलकामनाएँ कीं। उन्होंने अपने संदेश में कहा –
“यतो धर्मस्ततो जयः” अर्थात जहाँ धर्म है, वहीं विजय है। विजयादशमी का यह पर्व हमें यही संदेश देता है कि सत्य और धर्म की शक्ति सदैव असत्य और अधर्म पर विजय प्राप्त करती है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रावण दहन की प्रतीकात्मक विधि संपन्न कर सनातन परंपराओं का निर्वहन किया। दशहरा मैदान में जैसे ही रावण का पुतला दहन हुआ, वैसे ही आसमान आतिशबाज़ी और जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। इस क्षण ने सभी उपस्थित जनसमूह को धर्म की विजय का अनुभव कराया।
दशहरा मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल हुए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने इस पर्व को उत्साहपूर्वक मनाया। महिलाओं ने पारंपरिक परिधान धारण किए, बच्चों ने रामायण के पात्रों की झलक प्रस्तुत की और मंच से भक्ति गीतों और नाट्य प्रस्तुतियों ने वातावरण को और भी पावन बना दिया।
इस आयोजन की शोभा और बढ़ गई जब माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला भी कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि विजयादशमी केवल धार्मिक पर्व ही नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर है जो हमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा देती है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि –
“विजयादशमी अधर्म पर धर्म, असत्य पर सत्य और अन्याय पर न्याय की विजय का प्रतीक है। हम सबको इस अवसर पर यह संकल्प लेना चाहिए कि अपने जीवन में अच्छाई को अपनाएँ और बुराई का परित्याग करें।”
उन्होंने प्रदेशवासियों को विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं और विश्वास जताया कि आने वाला समय राजस्थान और देश के लिए समृद्धि और प्रगति का होगा।
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दशहरा मैदान को भव्य रूप से सजाया गया था।
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मंच पर सांस्कृतिक और धार्मिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
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आतिशबाज़ी और जयघोष ने वातावरण को ऊर्जावान बना दिया।
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रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले दहन का दृश्य देखते ही बन रहा था।
कोटा का दशहरा मैदान एक बार फिर विजयादशमी महापर्व का गवाह बना, जहाँ धर्म और सत्य की जीत का संदेश जन-जन तक पहुँचा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया। यह आयोजन केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं बल्कि समाज को अच्छाई की राह पर चलने का प्रेरणादायक संदेश देने वाला ऐतिहासिक क्षण बन गया।