




तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, राज्यपाल आर. एन. रवि और लोकप्रिय अभिनेत्री त्रिशा के आवासों पर शुक्रवार तड़के एक फर्जी बम धमकी ईमेल भेजे जाने की घटना ने राज्य की सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके की जांच की और बाद में इस धमकी को पूरी तरह झूठा और फर्जी बताया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 3 अक्टूबर 2025 को सुबह 4:10 बजे ‘साबरिसन वेदमूर्ति’ नामक ईमेल आईडी से तमिलनाडु पुलिस के महानिदेशक कार्यालय को एक ईमेल मिला, जिसमें बताया गया था कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के आवास, राज्यपाल रवि के बंगले-ऑफिस, और अभिनेत्री त्रिशा के घर समेत कम से कम पांच जगहों पर बम रखा गया है। इस संदिग्ध ईमेल ने पूरे प्रशासन को हड़ताल पर ला दिया।
इस गंभीर सूचना के तुरंत बाद तमिलनाडु पुलिस ने बम निरोधक दस्ते (BDDS) को बुलाकर इन सभी स्थानों की पूरी जांच कराई। BDDS टीम ने तकनीकी उपकरणों और बम डिटेक्शन मशीनों से हर जगह जांच की, लेकिन किसी भी विस्फोटक या संदिग्ध सामग्री का कोई सुराग नहीं मिला। जांच के आधार पर पुलिस ने धमकी को झूठा और फर्जी करार दिया।
फर्जी धमकी के बावजूद तमिलनाडु पुलिस ने मुख्यमंत्री, राज्यपाल और अभिनेत्री के आवासों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत कर दिया है। राज्य की अन्य संवेदनशील जगहों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो सके। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि वे किसी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि पर नजर रखें और सूचना देने में संकोच न करें।
इस घटना ने राजनीतिक गलियारों और जनता के बीच भी चर्चा छेड़ दी है। कई राजनीतिक दलों और नेताओं ने सरकार से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है ताकि इस तरह की धमकियां दोबारा न हो सकें। सामाजिक संगठनों ने भी जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने कहा, “सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे भयभीत न हों। सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय और सतर्क हैं। हम हर खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। ऐसी घटनाओं को राजनीतिक मुद्दा बनाने की जरूरत नहीं है।”
राज्यपाल रवि ने कहा कि सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और फर्जी धमकियों को गंभीरता से लिया जा रहा है। अभिनेत्री त्रिशा ने सोशल मीडिया पर अपने फैंस को सुरक्षित रहने और अफवाहों से बचने की सलाह दी।
फर्जी बम धमकियां एक गंभीर समस्या बनती जा रही हैं, जो न केवल सुरक्षा व्यवस्था को बाधित करती हैं बल्कि आम जनता के बीच भय और असमंजस भी फैलाती हैं। तमिलनाडु की इस घटना से साफ हो गया है कि ऐसे मामलों में तत्काल जांच और प्रभावी प्रतिक्रिया बेहद जरूरी है।
सरकारों और सुरक्षा एजेंसियों को चाहिए कि वे तकनीकी संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करें, साइबर अपराधों पर निगरानी बढ़ाएं और ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त कानून बनाएं। इसके साथ ही आम जनता में जागरूकता फैलाना भी जरूरी है ताकि वे फर्जी खबरों और धमकियों से सावधान रहें।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन, राज्यपाल रवि और अभिनेत्री त्रिशा के आवासों पर मिली फर्जी बम धमकी की घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता को दिखाया है। पुलिस ने समय रहते इस खतरे का पता लगाकर स्थिति को नियंत्रण में रखा। यह घटना हमें सतर्क रहने और सुरक्षा के प्रति सजग रहने की याद दिलाती है। भविष्य में ऐसी धमकियों को रोकने के लिए कड़े कानून और बेहतर सुरक्षा तंत्र की आवश्यकता है।