




कर्नाटक के बेलगावी शहर में उर्स के अवसर पर निकाले जा रहे एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुई पत्थरबाजी की घटना ने पूरे शहर में तनाव का माहौल उत्पन्न कर दिया था। हालांकि, पुलिस और प्रशासन की त्वरित एवं प्रभावशाली कार्रवाई के कारण अब स्थिति पूरी तरह सामान्य हो चुकी है। शनिवार की सुबह से ही बाजार, स्कूल और सरकारी कार्यालय फिर से सामान्य रूप से कार्य करने लगे हैं।
इस पूरी घटना की शुरुआत शुक्रवार की शाम उस समय हुई, जब उर्स के अवसर पर एक जुलूस शहर के पुराने इलाके से गुजर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब जुलूस एक विशेष स्थान से आगे बढ़ रहा था, तभी कुछ अज्ञात लोगों ने उस पर अचानक पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इससे जुलूस में शामिल लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई और कुछ स्थानीय दुकानों व वाहनों को भी नुकसान हुआ।
इस अप्रत्याशित घटना के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया और स्थिति बिगड़ने लगी। हालांकि, बेलगावी पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया और स्थिति को नियंत्रण में लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) और जिला प्रशासन के अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और कुशल रणनीति की बदौलत पत्थरबाजी की यह घटना एक बड़े साम्प्रदायिक संघर्ष में नहीं बदल सकी। पुलिस ने मौके से ही कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया और शहर में कई स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि घटना के पीछे शरारती तत्वों का हाथ है, जो सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे थे।
घटना के बाद एहतियातन बेलगावी शहर के संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई थी, जिससे चार या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाई गई। साथ ही, पुलिस ने रातभर गश्त की और फ्लैग मार्च किया ताकि आम जनता में विश्वास बहाल हो सके।बेलगावी के जिलाधिकारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने कहा:
“हम किसी भी तरह की अफवाह या भड़काऊ सूचना को फैलने नहीं देंगे। सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। हमने लोगों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर विश्वास करें।”
इस तनावपूर्ण स्थिति में शहर के सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक संगठनों ने भी सराहनीय भूमिका निभाई। उन्होंने समुदायों से संयम बरतने की अपील की और पुलिस के साथ सहयोग करते हुए स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने में मदद की।
“कल की घटना से हमें बहुत डर लग रहा था, लेकिन पुलिस की तेज कार्रवाई से अब माहौल शांत है। हम फिर से दुकान खोलकर अपना काम कर पा रहे हैं।”
शिक्षण संस्थान और व्यापारिक गतिविधियाँ बहाल:
शनिवार की सुबह से ही शहर के सभी स्कूल-कॉलेज, दुकानें, दफ्तर और यातायात सामान्य हो गया है। लोग अब पहले की तरह अपनी दिनचर्या में लौट चुके हैं, हालांकि अब भी कुछ स्थानों पर पुलिस की अतिरिक्त तैनाती जारी है।कर्नाटक सरकार ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है और संबंधित अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बेलगावी में हुई पत्थरबाजी की घटना के बाद उत्पन्न हुए तनाव को पुलिस और प्रशासन ने बहुत ही कुशलता और संवेदनशीलता के साथ संभाला। वर्तमान में शहर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल हो चुकी है। इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि प्रशासन और जनता के बीच बेहतर तालमेल से किसी भी संकट से निपटा जा सकता है।