




ओटीटी और इंटरनेट सेवाओं के बढ़ते प्रभाव के चलते केबल इंडस्ट्री में गहराया संकट, अब तक 5 लाख से ज्यादा लोग बेरोजगार, 10 लाख पर खतरा।
नई दिल्ली: दुनिया भर में जहां तमाम सेक्टरों में छंटनी का दौर जारी है, वहीं अब केबल इंडस्ट्री भी भारी संकट के दौर से गुजर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर यही हालात बने रहे तो आने वाले समय में इस सेक्टर से जुड़े करीब 10 लाख लोगों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ सकता है।
बीते छह वर्षों (2018 से 2024) के दौरान केबल इंडस्ट्री में 31 प्रतिशत लोग पहले ही बेरोजगार हो चुके हैं। इसके अलावा पायरेसी के चलते इस सेक्टर को करीब 20 हजार करोड़ रुपये का भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
डिजिटलाइजेशन से सबसे ज्यादा चोट खा रही केबल इंडस्ट्री
एक समय था जब मीडिया इंडस्ट्री पूरी तरह केबल नेटवर्क पर निर्भर थी, लेकिन आज इंटरनेट और ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म्स के बढ़ते उपयोग ने केबल सेक्टर की कमर तोड़ दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक अब तक करीब 5 लाख से ज्यादा लोग इस सेक्टर से बाहर हो चुके हैं। यदि यही ट्रेंड जारी रहा तो यह आंकड़ा 10 लाख तक पहुंच सकता है।
केबल नेटवर्क के सामने मौजूदा चुनौतियां
कंज्यूमर अफेयर्स के एडिशनल सेक्रेटरी संजीव शंकर का कहना है कि केबल इंडस्ट्री को बचाने के लिए जो रिपोर्ट पेश की गई है, वह काफी महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट में यह बताया गया है कि इस सेक्टर के सामने मौजूदा समय में क्या-क्या बड़ी चुनौतियां हैं।
उनका कहना है कि आज के दौर में जब इंटरनेट पर ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के जरिए बेहतर कंटेंट उपलब्ध है, तो फिर लोग केबल टीवी क्यों देखेंगे?
28 हजार केबल ऑपरेटर्स से बातचीत के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार:
१. वर्ष 2024 में जहां 111 मिलियन सब्सक्राइबर्स थे,
२. वहीं 2030 तक यह घटकर 71 से 81 मिलियन के बीच ही रहने की संभावना है।
पिछले छह साल में 31% लोग हुए बेरोजगार
रिपोर्ट बताती है कि 2018 से 2024 के बीच केबल इंडस्ट्री में करीब 31% लोग बेरोजगार हुए हैं।
वहीं पायरेसी की वजह से इस सेक्टर को करीब 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
दूसरी ओर, देश में इंटरनेट सब्सक्रिप्शन 1 बिलियन से अधिक हो चुका है, जिसमें से 945 मिलियन ब्रॉडबैंड कनेक्शन हैं।
स्पष्ट है कि बढ़ते डिजिटलाइजेशन और ब्रॉडबैंड सेवाओं का सीधा प्रभाव केबल इंडस्ट्री पर पड़ रहा है। आने वाले वर्षों में इस संकट के और गहराने की आशंका है।
ऐसी ही देश और दुनिया की बड़ी खबरों के लिए फॉलो करें: www.samacharwani.com