




निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 6% से ज्यादा की गिरावट, FII बिकवाली और अमेरिकी नीतियों से निवेशकों में बढ़ी चिंता।
मुंबई: साल 2025 की पहली छमाही में भारत का फार्मा सेक्टर तगड़ी गिरावट के दौर से गुजर रहा है। जबकि Nifty 50 इंडेक्स ने जहां 8% की बढ़त दर्ज की है, वहीं Nifty Pharma Index में 6% से अधिक की गिरावट देखी गई है। इस गिरावट के चलते फार्मा सेक्टर स्टॉक मार्केट में परफॉर्मेंस के लिहाज से सबसे कमजोर सेक्टरों में शामिल हो गया है। निवेशकों के बीच घबराहट बढ़ रही है, खासकर अंतरराष्ट्रीय नीतिगत अनिश्चितताओं और घरेलू बाजार की सुस्ती को लेकर।
फार्मा सेक्टर की बड़ी कंपनियों के शेयर गिरे
१. Natco Pharma: करीब 34% की गिरावट
२. IPCA Labs: लगभग 20% की गिरावट
३. Aurobindo Pharma, Lupin, Mankind, Ajanta, Alkem: 12–20% की गिरावट
४. Biocon, Cipla, Dr. Reddy’s, Sun Pharma जैसी मजबूत कंपनियों को भी नुकसान
कुछ कंपनियों ने दिखाई मजबूती
इस गिरावट के दौर में भी कुछ कंपनियों ने बेहतर प्रदर्शन किया:
१. Laurus Labs: 19% की बढ़त
२. Abbott India: 16% की तेजी
३. Divi’s Labs: 10% की बढ़त
४. Glenmark Pharma: 8.6% की बढ़त
५. Torrent Pharma, Zydus Life: मामूली लाभ
गिरावट की मुख्य वजहें क्या हैं?
१. FII की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशकों ने फार्मा स्टॉक्स में भारी बिकवाली की है।
२. वैश्विक अनिश्चितताएं: अमेरिका-चीन व्यापार तनाव, उच्च ब्याज दरें।
३. अमेरिकी टैरिफ का डर: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फार्मा प्रोडक्ट्स पर 25% टैरिफ लगाने के संकेत दे चुके हैं।
४. एक्सपोर्ट-फोकस्ड कंपनियों को सबसे ज्यादा झटका।
क्या कहती है Nuvama की रिपोर्ट?
Nuvama Institutional Equities की रिपोर्ट के मुताबिक:
१. बड़ी फार्मा कंपनियों को अमेरिका की नीतियों और उनके प्रोडक्ट मिक्स को लेकर जोखिम है।
२. हालांकि, CDMO सेक्टर (Contract Development and Manufacturing Organizations) और GLP-1 दवाएं निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।
३. Cipla की मजबूत प्रोडक्ट पाइपलाइन (जैसे gAbraxane और gSymbicort) राहत दे सकती है।
४. Aarti Pharmalabs, Divi’s, Dr. Reddy’s को CDMO स्पेस में अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।
हेल्थकेयर सेक्टर में बनी हुई है उम्मीद
Nuvama के अनुसार, फार्मा कंपनियों के अलावा हॉस्पिटल और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में ग्रोथ की संभावना ज्यादा है:
१. Laxmi Dental, Jupiter Lifeline, Suraksha, Aster DM, Jeena Sikho जैसी कंपनियां अस्पतालों की क्षमता बढ़ा रही हैं।
२. डिजिटल टूल्स और AI-टेक्नोलॉजी में निवेश से राजस्व और मुनाफे में सुधार की उम्मीद है।
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